मनोज नौडियाल
थलीसैंण।राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, थलीसैंण में प्रभारी प्राचार्य डॉ छाया सिंह की अध्यक्षता में समान नागरिक संहिता के अंतर्गत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता डॉ० विकास प्रताप सिंह द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड आजादी के बाद समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य होगा। उन्होंने बताया कि यूसीसी के तहत प्रदेश में सभी नागरिकों के लिए विवाह, तलाक, गुजारा भत्ता, जमीन, संपत्ति और उत्तराधिकार के समान कानून लागू होंगे, चाहे वे किसी भी धर्म को मानने वाले हों । अन्त में प्रभारी प्राचार्य डॉ छाया सिंह ने कहा कि समान नागरिक संहिता सभी के लिये समानता, बंधुता और गरिमा के संवैधानिक मूल्यों को संपुष्ट करेगी।यह महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव और उत्पीड़न को दूर करके लैंगिक न्याय एवं समानता सुनिश्चित करेगी। इस अवसर पर प्राध्यापक डॉ विवेक रावत, डॉ नीरज असवाल, डॉ दुदुन मेहता, शिवानी धूलिया, धर्मेन्द्र सिंह एवं समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।