एमबीबीएस शैक्षणिक सत्र 2024-25 के छात्रों का आयोजित हुआ ’वाइट कोट सेरेमनी’ एव ’चरक शपथ’
. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी ने दी सभी छात्रों को शुभकामनाएं
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान श्रीनगर एमबीबीएस बैच 2024-25 के छात्र-छात्राओं का ’वाइट कोट सेरेमनी’ व ’चरक शपथ’ का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश के मा. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी द्वारा 14 दिनों के फाउंडेशन कोर्स के बाद बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) 130 छात्र-छात्राओं को वाइट कोट व कालेज बैज पहनाकर चिकित्सा शिक्षा में प्रवेश की बधाई व शुभकामनाएं दी। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के हाथों वाइट कोट पहने जाने पर नवआगन्तुक छात्र एवं उनके अभिभावक काफी उत्साहित भी दिखाई दिये। जबकि छात्रों का बैज अलंकरण करने के साथ ही चरक शपथ दिलाई गई। समारोह में छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर समा बांधा। जबकि सीनियर छात्रों ने नये छात्रों के माथे पर तिलक लाकर और फूल बरसाकर स्वागत किया।
मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी ने कहा कि वाइट कोट सेरेमनी का मुख्य उद्देश्य मेडिकल और स्वास्थ्य-संबंधी क्षेत्रों में नए स्नातकों का स्वागत करना और छात्रों के डॉक्टर बनने की यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। जबकि छात्रों को चिकित्सा पेशे के पेशेवर मानकों और जिम्मेदारियों को स्वीकार करने की प्रेरणा दी जाती है। उन्होंने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने वाले छात्रों का स्वास्थ्य मंत्री से पहले श्रीनगर विधायक के तौर पर स्वागत किया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एम्स मिलाकर प्रदेश के 12 कॉलेजों में अब एमबीबीएस पढ़ाई करने के साथ-साथ सांस्कृतिक एवं खेल कूद प्रतियोगिताए हर साल होगी। जिसमें हर साल अगल-अलग कॉलेजों में अंतर कॉलेज स्तरीय प्रतियोगिताएं होगी। कहा कि छात्रों के लिए हॉस्टल, फर्नीचर, पुस्तकें, खेल-कूद सहित तमाम सुविधाएं दी जा रही है। ई – लाइब्रेरी सहित हॉस्टलों में खाने से लेकर साफ पानी की पूरी सुविधाएं दी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वह देश के 210 मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण कर चुके है। जहां 10 प्रतिशत बच्चे आईपीएस एवं आईएएस सहित विदेश सेवा में जा रहे है। जो कि बहुत अच्छी बात है। कहा कि उन्हें खुशी है कि अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चे भी बडी संख्या मे एमबीबीएस कर रहे है। जो श्रेष्ठ भारत और सबका साथ सबका विकास का सपना पूरा कर रहा है। प्रभारी प्राचार्य एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने कहा कि कार्यक्रम में पहुंचकर एमबीबीएस बच्चों को आशीष बचन देने पर स्वास्थ्य मंत्री का आभार प्रकट किया। कहा स्वास्थ्य मंत्री जी के कारण आज श्रीनगर मेडिकल कॉलेज और बेस चिकित्सालय में कई विकास कार्य हो रहे है। जिसका लाभ जनता को मिल रहा है। उन्होंने प्रवेश लेने वाले सभी छात्र-छात्राओं को चिकित्सा शिक्षा में आगे बढ़ने की प्ररेणा दी। फाउंडेशन कोर्स की कोर्डिनेटर एवं एनॉटामी विभागाध्यक्ष ऋचा निरंजन द्वारा चरक – शपथ पढ़कर छात्रों को शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. दीपा हटवाल, डॉ. नियति ऐरन, डॉ. किंगसुक लौहान, डॉ. कैलाश गैरोला, डॉ. निरंजन गुंजन, डॉ. विनीता रावत, डॉ. अनिल द्विवेदी सहित सभी संकाय सदस्यों ने सहयोग दिया।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुषमा रावत, मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र धिरवाण, कुशलानाथ, पंकज सती, जिला मीडिया प्रभारी गणेश भट्ट, अनिल उनियाल, प्रदीप नेगी, विकेश कप्रवाण, प्रशांत कैंतुरा, मनमोहन सिंधवाल, शेर सिंह, संजय पांडेय, संजीव सिंह आदि मौजूद थे।
फैकल्टी हेतु बनेगा ट्रांजिस्ट हास्टल-
मेडिकल कॉलेज में 45 फैकल्टी हेतु 8 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से ट्रांजिस्ट हॉस्टल का निर्माण तथा एमबीबीएस छात्रों के लिए 6 करोड़ 7 लाख की लागत से ब्वॉइज हॉस्टल निर्माण होगा। जिसका शिलान्यास मंगलवार के प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री मा. डॉ. धन सिंह रावत जी द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि फैकल्टी से लेकर छात्रों के लिए किसी भी प्रकार की समस्या नहीं रहेगी। इसके लिए तमाम सुविधाएं जुटाने का प्रयास हो रहा है। फैकल्टी हेतु हॉस्टल निर्माण का शिलान्यास करने पर मेडिकल कॉलेज के संकाय सदस्यों ने मा. स्वास्थ्य मंत्री जी का आभार जताया ।