सरकार प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर लीक कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करे– डॉ.कण्डारी

गब्बर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल। नीट यूजी प्रवेश परीक्षा पेपर लीक सहित यूजीसी द्वारा नेट परीक्षा रद्द किये जाने के साथ ही यूकेएसएसएसी द्वारा विभिन्न विभागों के लिए कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा का छ: माह बीतने के बाद भी परिणाम घोषित न होने पर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.ताजबर सिंह कण्डारी ने श्रीनगर में प्रेस को जारी बयान में भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार को दोषी ठहराते हुए मामले में पूर्ण रूप से संलिप्त होना बताया है। डॉ.कण्डारी ने कहा कि नीट यूजी परीक्षा सहित हर प्रतियोगिता परीक्षा में पेपर लीक कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और सरकार व आयोग में बैठे महत्वपूर्ण व्यक्तियों की मिली भगत से हर प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर लीक कर युवाओं का भविष्य बर्बाद करने पर तूले हैं। डॉ.कण्डारी ने कहा है कि कोरोना के समय पीएम नरेन्द्र मोदी ने लोगों से घण्टी,थाली व शंख बजाकर वैश्विक महामारी को दूर भगाने का आह्वान किया था। इस बार वे प्रधानमंत्री से प्रतियोगिता परीक्षाओं में पेपर लीक मामले को भी घण्टी,थाली व शंख बजाकर भगाने का उनसे आग्रह करते हैं।  डॉ.ताजबर सिंह कण्डारी ने कहा है कि यूके पीएससी ने वर्ष 2021 में विभिन्न विभागों में रिक्त जेई भर्ती के लिए वर्ष 2021 में विज्ञप्ति प्रकाशित की थी,जिसके लिए अगस्त 2021 में परीक्षा आयोजित की गयी ओर दिसम्बर 2021 में लिखित परीक्षा का परिणाम जारी कर सफल अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए भी बुलाया गया, परन्तु तब तक पता चला कि पेपर लीक होने के कारण परीक्षा को रद्द किया गया। पुनः 2022 में जेई भर्ती परीक्षा के लिए विज्ञप्ति जारी कर परीक्षा आयोजित की गयी,लेकिन आज तीन साल बीतने पर भी आयोग जेई भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं कर पाया। उन्होंने सरकार से अविलंब युवाओं के भविष्य को मध्य नजर रखते हुए समय रहते न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि पेपर लीक मामले में भाजपा सरकार ने समय रहते युवा पीढ़ी के साथ धोखाधड़ी करना बंद नहीं किया,तो युवाओं एवं मातृ शक्ति के साथ ही आमजन सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी केंद्र व राज्य सरकार की होगी।

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