लोकसभा के चुनाव के बाद उत्तराखंड में बिजली हुई महंगी, बिजली दरों में करीब सात प्रतिशत की हुई बढ़ोतरी

उत्तराखंड में बिजली दरों में करीब सात प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। नियामक आयोग ने नई दरें जारी की है। बीपीएल के 4.5 लाख उपभोक्ताओं, स्नो बाउंड उपभोक्ताओं और फिक्स्ड चार्ज में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर 25 पैसे, 101 से 200 यूनिट पर 30 पैसा, 201 से 400 यूनिट तक 40 पैसा प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष एमएल प्रसाद ने बताया कि सोलर वाटर हीटर में छूट 75 रुपये प्रति 50 लीटर रखी गई है। प्रदेश में बिजली के दामों में 8 से 11 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी।

यूपीसीएल ने 23 से 27 प्रतिशत बढ़ोतरी की मांग की थी, जिसके सापेक्ष नियामक आयोग उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से अपना फैसला लेने की बात कही थी। इस साल यूपीसीएल ने बिजली खरीद पर सालाना 1281 करोड़ का हवाला देते हुए मांग की थी कि बिजली की दरों में 23-27 फीसदी की बढ़ोतरी की जाए।

प्रदेशभर में जनसुनवाई के साथ ही सभी हितधारकों से की गई बातचीत के बाद बिजली की नई दरों को अंतिम रूप देकर इस सप्ताह के अंत या सोमवार तक बिजली दरें घोषित की किए जाने की बात कही थी।सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श के बाद आयोग आठ से 11 प्रतिशत तक बिजली दरों में बढ़ोतरी कर सकता है, ऐसा संभावना जताई जा रही थी, लेकिन बिजली दरों में करीब सात प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।

दो वर्षों में 16 प्रतिशत से अधिक महंगी हुई बिजली

उत्तराखंड में हर साल ही बिजली के दाम बढ़ाए जा रहे हैं। वर्ष 2022-23 की तुलना में वर्ष 2023-24 के लिए बिजली के दाम कुल 9.64 प्रतिशत बढ़े थे, जबकि इस बार करीब सात प्रतिशत वृद्धि और हुई है। ऐसे में दो वर्ष में प्रदेश में बिजली करीब 16 प्रतिशत से महंगी हो गई है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *