कोटद्वार ।लंबे समय से विवादों में घिरे लालढांग–चिल्लरखाल मोटर मार्ग को लेकर अब समाधान की उम्मीदें प्रबल हो गई हैं। भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष बीरेंद्र रावत ने सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर इस मार्ग के महत्व और जनभावनाओं से जुड़े पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।
रावत ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि यह मार्ग केवल एक सड़क नहीं, बल्कि उत्तराखंड की लाइफ लाइन है। इसके बनने से कोटद्वार, लालढांग, हरिद्वार के साथ-साथ पूरे कुमाऊं मंडल की जनता को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। स्थानीय व्यापार, पर्यटन और चारधाम यात्रा की सुगमता के लिए भी यह मार्ग अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि वर्षों से जनता इस मार्ग के खुलने की प्रतीक्षा कर रही है। मार्ग अवरुद्ध होने से लोगों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है, जिससे समय और आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने जिलाध्यक्ष रावत को आश्वस्त किया कि सरकार इस विषय को पूरी गंभीरता से देख रही है। उन्होंने कहा कि मामला वर्तमान में नैनीताल हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक विचाराधीन है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि शीघ्र ही ठोस निर्णय लेकर इस मार्ग को खोलने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
उनका कहना है कि यह सड़क जहां एक ओर आपदा प्रबंधन में सहायक होगी, वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के अवसरों को भी सुदृढ़ करेगी।
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