भाजपा सरकार व्यापारियों व आम लोगों के दिलों पर कर रही कुठाराघात – मित्तल
कोटद्वार। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक में भाजपा के पदाधिकारी द्वारा कोटद्वार के व्यापारियों पर कमर्शियल टैक्स लगाने व भाजपाइयों द्वारा व्यापार कर के विरोध में महापौर का पुतला फुंकने पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई।
बैठक में वक्ताओं ने कहा हुए कि नगर निगम अधिनियम 1959 की धारा 199 के तहत प्रदेश के किसी भी नगर निगम क्षेत्र में किसी कर को लागू करना, कम करना व समाप्त करना राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है। व्यापार कर वसूली की अधिसूचना लागू करना भी राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है। नगर निगम के पास कमर्शियल टैक्स वसूली का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जब यह प्रतीत हो किसी कर का वसूलना सार्वजनिक हितों के विरुद्ध है या कोई कर (टैक्स) अपने भार में उचित नहीं है तो उस कर को राज्य सरकार समाप्त कर सकती है। ऐसे में भाजपा के प्रवेश पदाधिकारी द्वारा कोटद्वार के व्यापारियों पर व्यापार कर लगाने का आरोप काग्रेस शासित नगर निगम पर लगाया है व भाजपा से दस वर्षों तक किसी भी प्रकार का टैक्स न वसूलने का वादा किया था। लेकिन अब सरकार अपने वादे से मुकर रही है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश में आयी आर्थिक मंदी के बावजूद लोगों ने भगवा पार्टी के पक्ष में मतदान किया और जिस भाजपा को लोगों ने सिर आँखों पर बिठाया था। वही भाजपा सरकार व्यापारियों व आम लोगों के दिलों पर कुठाराघात कर रही है।
कांग्रेस जनों ने धामी सरकार से कोटद्वार के व्यापारियों पर लगाये गए व्यापार कर की अधिसूचना को समाप्त कर निर्णय को अविलंब वापस लेने की मांग की है।
बैठक की अध्यक्षता महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष संजय मितल ने की। बैठक में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सरदार महेन्द्र सिंह, कोटद्वार विधानसभा अध्यक्ष साबर सिंह नेगी, विजय रावत, धीरेन्द्र सिंह बिष्ट, हेमचंद सिंह पंवार, बृजपाल सिंह नेगी, सुदर्शन रावत, आशुतोष वर्मा, विजय महेश्वरी, विनोद अग्रवाल, प्रवीन जोशी, जितेन्द्र भाटिया, बलराम भाटिया, प्रमोद रावत, मनीष चौहान, नीरज बहुगुणा सहित अनेक कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।