योग हमारी प्राचीनतम, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत

गंगा तेरा पानी अमृत, झर- झर बहता जाए। युग -युग से इस देश की माटी, तुझसे जीवन पाए।।मा. मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने सपरिवार सहित ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन में गंगा आरती में प्रतिभाग किया। इस दौरान माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि परमार्थ निकेतन और वहां के स्वामी चिदानंद जी से उनको लगातार बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि मा. प्रधानमंत्री जी के कारण आज पूरे विश्व ने योग को अपनाया है। उन्होंने कहा कि योग हमारी प्राचीनतम, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत है। माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारा देश राजनीतिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्थान की ओर चल रहा है, चाहे अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो अथवा केदारनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य हो। मा. प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से ही आज पहाड़ पर रेलमार्ग का निर्माण संभव हो रहा है और बारहमासी चौड़ी सड़क का सपना भी साकार हुआ है। मा मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड का आकर्षण ही है कि चारधाम यात्रा में क्षमता से अधिक यात्री आ रहे हैं। हमारे सामने यात्रा को सुरक्षित, सुगम और व्यवस्थित बनाने की चुनौती थी जिसको हम बहुत ही व्यवस्थित तरीके से संपादित कर रहे हैं। इस दौरान परमार्थ निकेतन के स्वामी श्री चिदानंद सरस्वती जी ने कहा कि लोगों को अपने बच्चों को संस्कार जरूर देने चाहिए। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि *बच्चों को कार दे या ना दे पाऐं लेकिन संस्कार जरूर दें* उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री के पारिवारिक सदस्यों की सादगी और संस्कार की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि कल प्रातः 21 जून 2022 को सभी लोग अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उत्तराखंड के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन में प्रातः 6:30 बजे तक समय से पहुंचकर अपना अपना स्थान ले लें। इस दौरान परमार्थ निकेतन में गंगा आरती में स्थानीय विधायक रेनु बिष्ट, सचिव उत्तराखंड शासन पंकज पांडेय, DM पौड़ी dr विजय कुमार जोगदंडे, SSP पौड़ी यशवंत सिंह चौहान, CDO पौड़ी प्रशांत कुमार आर्य और संबंधित उपस्थित थे।

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