उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य व सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शनिवार को विकास भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को विकास कार्यों में गति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाय, ताकि आम जनता को जल्द लाभ मिल सके।
बैठक में पर्यटन विभाग की समीक्षा करते हुए मंत्री ने कहा कि राहु मंदिर पैठाणी, बूंखाल कालिंका मंदिर, भैरव मंदिर, तारा कुंड, बिनसर महादेव, हंसेश्वर महादेव मंदिर व श्रृंगी ऋषि मंदिर को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने पर्यटन अधिकारी को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिये। साथ ही राहु मंदिर पैठाणी के सौंदर्यीकरण और मार्ग के डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिये।
जनपद के दूरस्थ मंदिरों की जानकारी को समाहित करते हुए डॉ. रावत ने एक कॉफी टेबल बुक तैयार करने को कहा, ताकि उन्हें भी पर्यटन मानचित्र में शामिल किया जा सके। उन्होंने संस्कृति विभाग को देवलगढ़ मंदिर के क्षतिग्रस्त पुश्ते के निर्माण को जल्द पूर्ण करने तथा पर्यटन विभाग को श्रीनगर में राफ्टिंग प्वाइंट विकसित करने के निर्देश भी दिये।
मंत्री ने उद्यान विभाग को किसानों को चिन्हित कर उन्हें पॉलीहाउस उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। शिक्षा विभाग की समीक्षा में उन्होंने सीडीओ को जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक कर शिक्षक-छात्र अनुपात तय करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि 1 से 5 छात्रों पर एक, 5 से 30 पर दो, 30 से अधिक पर तीन, 60 से अधिक पर चार और 100 से अधिक छात्र होने पर पांच शिक्षकों की तैनाती की जाय। साथ ही उन्होंने कहा कि हर ब्लॉक में एक क्लस्टर विद्यालय स्थापित किया जाएगा, जहां आने-जाने के लिए छात्रों को 100 रुपये प्रतिदिन किराये के रूप में दिये जाएंगे। उन्होंने ग्रामीण निर्माण विभाग को निर्देश दिये कि पूर्ण हो चुके कार्यों को संबंधित विभागों को हैंडओवर किया जाय और जो कार्य प्रगति पर हैं उन्हें शीघ्र पूर्ण किया जाय। वहीं उन्होंने पाबौ बाजार में सार्वजनिक शौचालय बनाने को भी कहा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, मुख्य शिक्षाधिकारी नागेन्द्र बर्तवाल, अर्थ एवं संख्याधिकारी राम सलोने, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग विनोद जोशी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।