जसपाल नेगी
स्वास्थ्य विभाग की ओर से विश्व रेबीज दिवस के अवसर पर पौड़ी ब्लॉक के आयुष्मान आरोग्य मंदिर निसणी में जागरूकता हेतु लीलावती राजकीय इंटर कॉलेज निसणी के छात्र छात्राओं हेतु जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान मौजूद प्रतिभागियों को रेबीज संक्रमण के सम्बन्ध में चिकित्साधिकारी डॉo पुनीत भट्ट द्वारा विस्तृत जानकारी देते हुये बताया गया कि, रेबीज बीमारी संक्रमित कुत्ता एवं अन्य जानवरों के काटने पर उनकी लार में मौजूद संक्रमण से होता है, रेबीज एक लाइलाज बीमारी है, रेबीज बीमारी होने पर रोगी को बचाना मुश्किल होता है, रेबीज बीमारी जानवर के काटने के 10 से 20 साल के अन्तराल में कभी भी हो सकती है, जानवरों से सावधानी,सुरक्षा एवं टीकाकरण से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है, उनके द्वारा बताया गया कि यदि कोई कुत्ता या कोई अन्य जानवर यदि काट ले तो किसी भी तरह के घरेलू उपचार हल्दी मिर्च आदि लगाने से बचना चाहिए,साथ ही पट्टी टांके इत्यादि नही लगाने चाहिए, घाव को तुरन्त साबुन पानी से धोते हुये एंटीसैप्टिक का प्रयोग करना चाहिए एवं नजदीकी चिकित्सालय में जाकर चिकित्सक की सलाह पर टीका अवश्य लगाना चाहिए, लोगों को घरों में पालतू कुत्तों एवं अन्य जानवरों का समय पर टीकाकरण अवश्य करना चाहिए, रेबीज के टीके समस्त सरकारी चिकित्सालयों में उपलब्ध हैं। उनके द्वारा आशा कार्यकत्री व एएनएम को अपने अपने क्षेत्र में रेबीज से संबंधित जानकारी साझा करने हेतु कहा गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉo शिव मोहन शुक्ला ने बताया कि आज विश्व रेबीज दिवस पर जनपद के सभी विकासखंडों में समस्त चिकित्सा इकाइयों के साथ ही विभिन्न विद्यालयों में छात्र छात्राओं व आमजन को रेबीज के प्रति सचेत करने हेतु जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस मौके पर , सीएचओ प्रेरणा, एएनएम अनीता रावत व छात्र छात्राएं में रीतिका, ममता भंडारी,नेहा आदि उपस्थित रहे।