मनोज नौडियाल
कालागढ़ टाइगर रिजर्व के मैदावन रेंज के अन्तर्गत गजरोड़ा ग्रीन वैली में बुजुर्ग दम्पति के आवास पर छत पर रखी टंकी को हाथी ने खींचकर तोड़ डाला।आवाज सुनते ही दम्पति विशम्बर दत्त तथा विमला देवी टॉर्च लेकर बाहर निकले तो हाथी देखकर व उसकी चिंघाड़ सुन कर सहमे रह गए,किसी तरह अंदर घुसे और खूब हल्ला करने पर हाथी को आंगन से भगाया। फिर हाथी रास्ते- रास्ते तैल चौड़ स्थित घास के पेड़ों घ्वगसा,छछरी,उमर के पेड़ों को तोड़ते हुए मन्दाल पार कर कौंऴासैंण चला गया।
गौरतलब है कि कार्बेट पार्क से सटे इस क्षेत्र में हाथी की आवाजाही कुछ वर्षों से लगातार हो रही है,वह लौहाचौड़ -चौड़्यूं- मैदावन से ढकरबट्टा होकर गजरी स्रोत होते हुए गजरोड़ा आता रहता है लगभग दो सौ नाली के भू-भाग में यहां अब खेती भी मामूली सी रह गई है।जिसे हर मौसम में हाथी रौंद कर जाते हैं। लगभग पन्द्रह बीस दिनों से हो रही हाथी की चहलकदमी व उत्पाती कार्रवाई से काण्डा गांवों के लिए कोई भी चैक या भू-भाग अछूता नहीं है।केले ,बांस के साथ घास के पेड़ों को तहस नहस करना नियति में शामिल हो गया है, क्षुब्ध ग्रामीणों गबर सिंह, प्रेम सिंह,सुरेशी देवी,विशम्बर दत्त लक्ष्मण सिंह,पान सिंह आदि का कहना है कि अब खेती तो रही दूर की बात अपने ही घर पर सुरक्षित रहना भी बमुश्किल हो गया है। क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी ने कॉर्बेट नेशनल पार्क निदेशक डॉ. धीरज पाण्डेय को समस्या से अवगत करवाया और शीघ्र कार्रवाई समेत अत्यंत संवेदनशील प्रभावित क्षेत्र गजरोड़ा में हाथीरोधी दीवार बनाने की मांग की है।