मनोज नौडियाल
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय थलीसैंण में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत आईक्यूएसी एवं करियर काउंसलिंग सेल के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रेनू रानी बंसल, उद्यमिता विकास संस्थान के संदर्भदाता डॉ सुमित कुमार तथा उद्यान एवं वानिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ अंशुमन सिंह के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। उसके पश्चात महाविद्यालय के उद्यमिता विकास समिति के संयोजक डॉ नीरज असवाल ने आये अतिथियों का स्वागत किया। प्राचार्य रेनू रानी बंसल ने अपने संबोधन में छात्र-छात्राओं से कहा कि हम आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को तभी प्राप्त कर सकते हैं जब स्वयं आत्मनिर्भर होंगे। इसके लिए हमें उद्यमी बनना पड़ेगा।
यह कार्यक्रम उन्हें इस दिशा में एक राह दिखाएगा। देवभूमि उद्यमिता योजना, क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून से डॉ सुमित कुमार ने विस्तृत रूप से उद्यमिता संबंधी प्रशिक्षण के विषय में बताया। उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में कौशल विकास व स्वरोजगार को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा पांच बेस्ट स्टार्टअप आईडियाज को देहरादून में होने वाले मेगा इवेंट व 12 दिवसीय उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम में सम्मिलित किया जाएगा। कार्यक्रम में उद्यान एवं वानिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ अंशुमन सिंह ने हॉर्टिकल्चर में उद्यमिता के संभावना को विस्तार से बताया। इस अवसर पर महाविद्यालय में उद्यमिता केंद्र की स्थापना की गई। इसी के साथ महाविद्यालय में इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल की स्थापना के प्रक्रिया शुरू की गई। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे ।