कोट। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के निर्देशानुसार राजकीय पशु चिकित्सालय, कोट में निराश्रित गौवंश एवं आवारा पशुओं की समस्या के समाधान हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने ऑनलाइन माध्यम से की।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक कर्मचारी कम से कम पाँच आवारा पशुओं की पहचान कर उनके टैग नंबर के माध्यम से स्वामी की जानकारी एकत्र करेगा तथा उक्त जानकारी राजस्व विभाग को चालान हेतु उपलब्ध कराएगा।
साथ ही मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा सभी विभागीय योजनाओं के लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। ग्राम्य गोसेवक योजना के ग्राम स्तर पर प्रचार-प्रसार को भी और अधिक प्रभावी बनाने पर विशेष बल दिया गया।
सभी संबंधित कार्मिकों को निर्धारित समयसीमा में कार्यों के निष्पादन हेतु स्पष्ट दिशा-निर्देश प्रदान किए गए।
बैठक में डॉ. मनीष सिंह नेगी, राखी असवाल, परीक्षित काला, मनीष रावत, शूरमान सिंह चौहान, सुबोध भास्कर नेगी एवं शकुंतला देवी उपस्थित रहे।