ब्लॉक डेवलेपमेंट प्लान में आजीविका संवर्धन गतिविधियों को महत्व दें: सीडीओ का खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश

ब्लॉक डेवलेपमेंट प्लान में आजीविका संवर्धन गतिविधियों को महत्व दें: सीडीओ का खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश

विकास विभाग की मासिक बैठक में 2025-26 के ब्लॉक डेवलेपमेंट प्लान पर सीडीओ ने जताई नाखुशी, समग्र दृष्टिकोण अपनाने के दिए निर्देश

स्थानीय उत्पादों के विपणन में ‘सेलिंग ट्रक कांसेप्ट’ बनेगा महत्वपूर्ण माध्यम

मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत की अध्यक्षता में आज विकास भवन सभागार में विकास विभाग की महत्वपूर्ण मासिक स्टाफ बैठक संपन्न हुई। इस बैठक का मुख्य एजेंडा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किए गए ब्लॉक डेवलेपमेंट प्लान (बी०डी०पी०) पर विचार-विमर्श करना था। हालांकि, मुख्य विकास अधिकारी ने प्रस्तुत किए गए प्लान में समूचे विकासखण्ड को पर्याप्त रूप से शामिल न किए जाने पर असंतोष व्यक्त किया।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे ब्लॉक डेवलेपमेंट प्लान को समग्र दृष्टिकोण अपनाते हुए तैयार करें, जिसमें प्रत्येक क्षेत्र और समुदाय का ध्यान रखा जाए। उन्होंने विशेष रूप से बी०डी०पी० में आजीविका संवर्धन से संबंधित गतिविधियों को प्राथमिकता के आधार पर शामिल करने के निर्देश दिए। मुख्य विकास अधिकारी ने बी०डी०पी० तैयार करते समय तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं – सामूहिकता, एकीकृत कृषि और एरिया क्लस्टर को अनिवार्य रूप से ध्यान में रखने पर जोर दिया। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि काश्तकारों और स्वयं सहायता समूहों के लिए आजीविका संवर्धन संबंधी योजनाओं में स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों, तापमान और मिट्टी की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। इस हेतु उन्होंने उद्यान विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग और मत्स्य विभाग के विषय-विशेषज्ञों से आवश्यक सहयोग और मार्गदर्शन लेने को कहा।

बैठक में स्थानीय उत्पादों के विपणन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल पर भी चर्चा हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने प्रत्येक विकासखण्ड के बी०डी०पी० में ‘सेलिंग ट्रक’ (चलायमान वाहन) के कांसेप्ट को शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अवधारणा स्थानीय स्तर पर उत्पादित वस्तुओं को स्थानीय स्तर पर विपणन व्यवस्था के साथ-साथ बाजार तक पहुंचाने और किसानों एवं उद्यमियों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

बैठक के दौरान, खण्ड विकास अधिकारियों ने विगत वित्तीय वर्ष के बी०डी०पी० की उपलब्धियों का प्रस्तुतिकरण भी किया। प्रस्तुतिकरण में मुख्य रूप से सेब, कीवी, भेषज, कुक्कुट पालन, मत्स्यपालन, मशरूम और पुष्प उत्पादन जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया था।

इस महत्वपूर्ण बैठक में परियोजना निदेशक डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ० विवेक कुमार यादव, जिला उद्यान अधिकारी राजेश तिवारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ० विशाल शर्मा, लीड बैंक अधिकारी प्रताप सिंह राणा, परियोजना प्रबंधक स्वजल दीपक रावत सहित सभी खण्ड विकास अधिकारी और उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

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