भारतीय सेना विश्व की सबसे अनुशासित, अदम्य एवम् सर्वश्रेष्ठ : कंडवाल

मनोज नौडियाल
ग्राम्य एकता प्रगति प्रेमाजलि समागम समिति के संस्थापक राम भरोसा कंडवाल की अध्यक्षता में विजय दिवस पर भारतीय सेना द्वारा 16 दिसम्बर 1971 को पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में एक ऐतिहासिक जीत हासिल करने स्मृति में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें युद्ध में वीरगति प्राप्त करने वाले शहीद सैनिकों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारतीय सेना विश्व की सबसे अनुशासित, अदम्य एवम् सर्वश्रेष्ठ सेना है जिसका मुकाबला कोई नहीं कर सकता।
16 दिसम्बर 1971को पाकिस्तानी कमांडर ले ज ए के मियाजी द्वारा अपने 93 हजार पाक सैनिकों सहित भारत के तत्कालीन पूर्वी सैन्य कमांड के कमांडर ले ज जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष आत्म समर्पण करना एक अनूठा उदाहरण है। कंडवाल ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि स्कूलों में सैन्य शिक्षा अनिवार्य करने से हमारे युवा अनुशासित, स्वावलंबी, स्वभिमानी एवम् देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत होंगे।
इस अवसर पर संस्था द्वारा देव भूमि नशामुक्त हो कार्यक्रम के अन्तर्गत राजकीय इंटर कालेज कुंभी चौड़ के छात्र छात्राओं को संकल्पित किया गया एवम् प्रतिभा परीक्षा का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री लखपत राज कुक्षाल जी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के युवा ही राष्ट्र के कर्णधार है जो अपने अच्छे आचरणों से राष्ट्र को महान बनाते है। श्री मनमोहन काला जी ने बच्चो को दूर दृष्ठी , अनुशासन एवम् पक्का इरादा ही उन्नति का मूल मंत्र दिया। श्री दिनेश चौधरी जी ने कहा कि नशे की प्रवृति इंसान को हर प्रकार से खोखला कर देता है इस लिए व्यसनों से सदैव दूर रहने की हिदायत दी। इंजीनियर जगत सिंह नेगी जी ने विद्यार्थियों को कहा कि माता, पिता और गुरु साक्षात् भगवान का स्वरूप है जिनका आशीर्वाद सदैव फलदायक होता है। इस अवसर पर सर्व श्री सुनील रावत, राजेन्द्र कुमार भंडारी, लखपत राज कुकशाल, विनोद कुमार ध्यानी, श्रीमती पूनम पांथरी, अरविंद कुमार, मनमोहन काला, दिनेश चौधरी , जगत सिंह नेगी आदि उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन महामंत्री इंजीनियर जगत सिंह नेगी जी ने किया।

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