वोटिंग में पहाड़ फिर पिछड़ा, मैदान आगे

मतदान के मामले में राज्य के पर्वतीय लोकसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत कम रहा। इसकी तुलना में मैदानी सीटों पर मतदाताओं ने मतदान में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई। नौ बजे तक अल्मोड़ा सीट पर 45.17 प्रतिशत, गढ़वाल सीट पर 49.93 प्रतिशत, हरिद्वार सीट पर 59.12 प्रतिशत, नैनीताल-ऊधम सिंह नगर सीट पर 59.59 प्रतिशत और टिहरी गढ़वाल सीट पर 51.74 प्रतिशत मतदान हुआ।चुनाव आयोग ने उत्तराखंड में इस बार 75 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा था। 2019 में 61.88 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन इस बार पांचों सीटों पर मतदान 60 प्रतिशत का लक्ष्य पूरा कर पाएगा, इसमें भी संदेह जताया जा रहा है। हालांकि, चुनाव आयोग अंतिम आंकड़े आने के बाद मतदान प्रतिशत में अभी और वृद्धि की उम्मीद जता रहा है।
खुशुनमा मौसम के बीच सुबह सात बजे जब मतदान शुरू हुआ तो राजनीतिक दल, उम्मीदवार और चुनाव आयोग की टीम मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की जुटती भीड़ को देख उत्साहित थे, लेकिन यह उत्साह 11 बजे के बाद काफूर हो गया। तीन और पांच बजे मतदान के जो आंकड़े आए, उसने उम्मीदवारों की भी बेचैनी बढ़ा दी है।
अबकी ऐसे रहा मतदान का प्रतिशत और समय
मतदान- 9.00 बजे तक
कुल औसत-10.54
नैनीताल-10.23
हरिद्वार-12.49
अल्मोड़ा-10.13
टिहरी-10.23
गढ़वाल- 9.46
2019 का औसत 10.9
मतदान-11:00 बजे तक

कुल औसत-24.83
नैनीताल-26.46
हरिद्वार-26.47
अल्मोड़ा-22.21
टिहरी-23.23
गढ़वाल-23.43
2019 का औसत 23.59
मतदान 1:00 बजे तक
राज्य का कुल औसत 37.33
नैनीताल-40.56
हरिद्वार-39.41
अल्मोड़ा-32.60
टिहरी-35.29
गढ़वाल-36.60
साल 2019 का औसत 36
विज्ञापन

मतदान-3:00 बजे तक
राज्य का कुल औसत-45.62
नैनीताल-49.94
हरिद्वार-49.62
अल्मोड़ा-38.43
टिहरी-44.95
गढ़वाल-42.12
साल 2019 का औसत-48.42
मतदान 5:00 बजे तक
राज्य का कुल औसत 53.56
नैनीताल-59.36
हरिद्वार-59.01
अल्मोड़ा-44.53
गढ़वाल – 48.79
टिहरी-51.01
2019 का औसत 58.01

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *