मनोज नौडियाल
कोटद्वार। वन्यजीव संघर्ष का खामियाजा कोटद्वार के कोटडी़ढांग निवासी पिछले एक सप्ताह से भुगत रहे हैं। गजब तो यह है कि जंगली गुलदार पशुओं को नगर निगम और पशुपालकों की पशुओं को सुरक्षा देने के लिए की गई प्रकाश व्यवस्था के वावजूद गुलदार सांय 7-8 बजे ही पशुओं को अपना शिकार बना रहा है।
मामला कोटद्वार रेंज अंतर्गत कोटडी़ढांग सनेह का है जहां पिछले चार-पांच दिन के अंतराल में गुलदार द्वारा विगत शनिवार को कोटडी़ढांग निवासी सतेन्द्र सिंह नेगी की एक माह पूर्व ब्याही गाय को गौशाला के बारामदे में शाम के सात बजे ही निवाला बना दिया, वहीं मंगलवार रात आठ बजे पड़ोसी गुड्डी देवी पत्नी पदमेन्द्र सिह रावत की ग्याभन बछिया को गौशाला के आगे शिकार कर दिया।दोनों पशुपालकों द्वारा वन-विभाग को लिखित शिकायत दर्ज करवाने के बाद फारेस्टर एवं फारेस्ट गार्ड द्वारा पशुओं का मौका मुआयना कर पशुपालकों को राहत दिलाने हेतु विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी है।गुलदार के पशुओं पर लगातार हो रहे हमलों से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से शांय से 10 बजे तक वन-विभाग के कर्मचारियों की गस्त लगाने का अनुरोध किया है।