कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज अंतर्गत कण्वाश्रम बीट में गुरुवार को मालन नदी के तेज बहाव में हाथी का एक बच्चा बहने की सूचना मिलते ही रेंज अधिकारी विपिन जोशी के निर्देशन में फॉरेस्ट टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाकर बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला। आपको बताते चले नदी पार करते समय हाथियों के झुंड से करीब दो माह का शिशु हाथी तेज बहाव में बहकर पत्थरों के बीच फंस गया।पानी के तेज बहाव और पत्थरों से टकराने के कारण हाथी के बच्चे के शरीर पर कई जगह खरोंचें और चोटें आईं।
बच्चे का प्राथमिक उपचार पशु चिकित्सा अधिकारी कलालघाटी डॉ. सुबोध रंजन ने किया। कोटद्वार के कलालघाटी स्थित पशु चिकित्सालय में तैनात डॉ.रंजन और उनकी टीम हमेशा निस्वार्थ भाव से जानवरों की सेवा में जुटे रहते हैं। हाल ही में हाथी के बच्चे के रेस्क्यू में भी उन्होंने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई।
रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शिशु हाथी को सुरक्षित सीटीआर (कॉर्बेट टाइगर रिजर्व) के रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है।फिलहाल बच्चे को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है और वन विभाग उसे जल्द ही झुंड में वापस मिलाने की तैयारी कर रहा है।अब उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस बच्चे को उसके परिवार से मिला दिया जाएगा।
कलालघाटी स्थित पशु चिकित्सालय वन्य जीवों का उपचार तो करते ही है , बल्कि कई बार सड़कों पर घायल मवेशियों का मुफ्त इलाज भी कर चुके हैं। उनकी यह सेवाभावना क्षेत्रवासियों के लिए प्रेरणास्रोत है।