सचिव वित्त, निर्वाचन, सहकारिता उत्तराखण्ड शासन दिलीप जावलकर ने जनपद भ्रमण के दौरान देवप्रयाग के सौड़ में रेलवे के निर्माणाधीन कार्यो का स्थलीय निरीक्षण व निर्माणदायी संस्था के अधिकारियों के साथ निर्माण कार्यो को लेकर प्रगति की समीक्षा की। सचिव वित्त ने जिलाधिकारी गढवाल को निर्देश दिये कि रेलवे टनल के निर्माण कार्यो में लगे मानव संसाधन की सुरक्षा के दृष्टिगत एक बार सेप्टी ऑडिट/मॉक ड्रील करवाना सुनिश्चित करें।
गौरतलब हो कि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच निर्माणाधीन 125 किलोमीटर लम्बी रेल लाईन परियोजना में कुल 16 टनल व 13 स्टेशन शामिल हैं। जिसमें से सौड़ देवप्रयाग से जनासू श्रीनगर के बीच की 15 किलोमीटर लम्बी टनल संख्या-8 का 70 प्रतिशत बोरिंग का कार्य पूरा हो चुका है। कहा कि जर्मनी में बनी इस टीबीएम की लम्बाई 140 मीटर है जिसे भारत में शिव-शक्ति नाम दिया गया है। उन्हांेने बताया कि यह पहला अवसर है जब टीबीएम भारत के किसी हिमालयी रीजन में पहुंची हो जो कि किसी उपलब्धि से कम नहीं है। इसके उपरांत उन्होंने सुरंग के भीतर जाकर निर्माण कार्यों का जायजा भी लिया। उन्होंने सुरंग के अंदर कार्य कर रहे लोगों को कार्य करते समय सावधानी बरतने को कहा।
इसके बाद सचिव वित्त ने पयाल गांव के पास बने रेलवे डम्पिंग जोन का निरीक्षण के दौरान निर्माणदायी संस्था को सुरक्षा सम्बंधी पहलुओं पर विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश दिये हैं।
बैठक/मौके पर जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान, प्रोजेक्ट निदेशक रेलवे राकेश, डीजीएम आरवीएनएल भूपेन्द्र सिंह, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि दिनेश बिजल्वाण सहित निर्माणदायी संस्था के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।