त्रिलोक चंद्र भट्ट
हरिद्वार। कुमाऊँनी एकता समिति ने उत्तराखण्ड की समृद्ध लोक परंपराओं, पर्यावरण संरक्षण, पारिवारिक एकता और उत्तराखंडी सांस्कृतिक मूल्यों के उत्सव के प्रतीक हरेला के पावन पर्व पर यहाँ ‘हरेला महोत्सव’ का भव्य आयोजन किया।
सामुदायिक केन्द्र शिवालिकनगर में आयोजित हरेला महोत्सव में हरेला पूजन एवं पारंपरिक रीतियाँ, उत्तराखंडी गीत-संगीत, बच्चों और महिलाओं हेतु सांस्कृतिक प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। सांस्कृति कार्यक्रम मे प्रस्तुति देने के लिए जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आकर समाज से जुड़े लोगों ने कुमाऊँनी और हिंदी में अपनी मोहक प्रस्तुतियां दी। जिसमें महिलाओं और बच्चों ने विशेष रूप से प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के इतिहास और संस्कृति पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। जिसमें लोगों ने उत्साह के साथ भाग लिया। बाद मे सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कुमाऊँनी एकता परिषद के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि कुमाऊँनी लोक संस्कृति पर आधारित पारंपरिक हरेला को हर्षोल्लास, श्रद्धा और सांस्कृतिक धरोहर के अनुरूप मनाये जाने के पीछे संस्था का उद्धेश्य नई पीढ़ी को अपने गौरवशाली अतीत और अपनी जड़ों से जोड़े रखना है इसीलिए संस्था प्रतिवर्ष कुमाऊँनी संस्कृति से जुड़े अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करती रहती है।
इससे पूर्व प्रकृति, परंपरा और उत्तराखंडी सांस्कृतिक पहचान के इस पावन पर्व पर पौधारोण और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत की गई। कार्यक्रम का सफल संचालन ललित तोहन जोशी ने किया।
हरेला महोत्सव में आगन्तुक अतिथियों का कुमाऊँनी एकता परिषद के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह चौहान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राधेश्याम उपाध्याय एवं शंकर बिष्ट, उपाध्यक्ष अनिल कुमार पंत एव करूणेश जोशी, महासचिव भुवन भट्ट, सचिव ललित मोहन जोशी, सह सचिव मनीष पंत, कोषाध्यक्ष मनोज पंत, सह कोषाध्यक्ष दिनेश कांडपाल, संगठन मंत्री महेन्द्र सिंह चुफाल एवं मनीष जोशी, प्रचार मंत्री विपिन पुजारी, प्रचार सह मंत्री नीरज पंत, लेखा परीक्षक भगवत चन्द्र पंत, विधि सलाहकार प्रानी ओम क्रांच, आदि ने अभिनन्दन किया इस अवसर पर समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।