मनोज नौडियाल
कोटद्वार/ कल्जीखाल।ढोल की थाप दमाऊं मशक की मधुर ध्वनि से मनियारस्यूं कल्जीखाल की घाटी गूंज उठी जहां 108 महिला पीत वस्त्र में पहाड़ी भेषभूषा में शिर पर कलश लिए बांकेश्वर महादेव मंदिर से चोपड़ा कथा स्थल पर पहूंचकर विद्वान ब्राह्मणों नें बेदमंत्र उच्चारण कर लडू गोपाल जी का स्नान अभिषेक मुख्य यजमान प्रमुख द्वारीखाल महेन्द्र सिंह राणा एवः ब्लॉक प्रमुख कल्जीखाल बीना राणा के द्वारा किया गया
वहीं प्रसिद्ध कथा व्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं नें अपनें आर्शीवचन मे कहा कलश यात्रा मंगल सूचक है ही लेकिन अपनें स्थानीय देवताओं को निमंत्रण देना आवाह्न करना पीत वस्त्र शिर पर कलश का मतलव भगवान कृष्ण हर समय पिताम्बर ओडके रखते हैं अर्थात जो वस्त्र सिला नहीं होता ,वही राधा है , राधा का उल्टा करेगें तो धारा होता है जलधारा को राधारमण मानकर लडूगोपाल से मिलन का एक मतलव बनता है वहीं विलोक प्रमुख महेन्द्र राणा जी एवं प्रमुख विना राणा नें सबका स्वागत किया महेन्द्र राणा नें अपने उद्बोधन में कहा कि भीड़ अधिक होनें के कारण कलश यात्रा भण्डारा पहले दिन का आज ही रखा गया यह कथा 16 नवम्बर से 22 नवम्बर तक चलेगी सब कथाप्रेमी अपनें इष्टमित्र गणो के साथ नित्य 12 बजे से 4बजे सायं तक कथा श्रवण करते हुए धर्म लाभ उठाऐं । आज विशेस रूप से कलश यात्रा में श्री मातवर सिंह राणा जी श्री महेंद्र सिंह राणा ( ब्लॉक प्रमुख द्वारीखाल,प्रमुख संगठन अध्यक्ष उत्तराखंड)श्री मुकेश सिंह राणा,श्रीमती मंजू राणा,श्रीमती बीना राणा (ब्लॉक प्रमुख कल्जीखाल)श्रीमती सरिता राणा श्री प्रेम प्रकाश कुकरेती जी आचार्य सुदर्शन जुयाल आचार्य विश्व दिपक गौड़ आचार्य हिमांशुमैठानी आचार्य अंकित केमनी आचार्य शिवू बडोनी आचार्य संजीव जुयाल,सौरव डोबरियाल शैलेन्द्र नौडियाल जयकृत थपलियाल दिगम्बर सिंह जी उपस्थित थे ।कनिष्ठ प्रमुख श्री अर्जुन पटवाल जी,पूर्व जेष्ठ प्रमुख श्री महेंद्र सिंह मवाना,प्रधान संगठन अध्यक्ष रमेश चंद, क्षेत्र पंचायत लक्ष्मण डुकलान, क्षेत्र पंचायत सदस्य दियूसा महेश चंद,प्रधान पांचाली संतोषी देवी
बिपिन रावत,विजय नैथानी, अशोक रावत, संतोष रावत क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश नैथानी जसवीर सिंह रावत राकेश असवाल आदि मौजूद रहे।