श्रीनगर । वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे उत्तराखंड में “वंदे मातरम” के जयघोष की तैयारी जोरों पर है। उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने जानकारी दी कि 8 नवंबर से 15 नवंबर तक पूरे प्रदेश में वंदे मातरम गायन, सभाएं, प्रदर्शनी और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर पौड़ी जिले सहित समस्त उत्तराखंड के सभी विद्यालयों में एक ही समय पर वंदे मातरम का गायन संपन्न कराने के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
मंत्री डॉ. रावत ने बताया कि वंदे मातरम गीत वर्ष 1875 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचा गया था। इसका प्रसिद्ध वाचन 1896 में रवीन्द्रनाथ टैगोर ने कोलकाता अधिवेशन में किया था। बाद में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने वर्ष 1950 में वंदे मातरम को राष्ट्रगीत का दर्जा प्रदान किया था।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि विद्यालयों और महाविद्यालयों में वंदे मातरम एवं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम विषय पर निबंध, चित्रकला और कविता प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी ताकि नई पीढ़ी राष्ट्रभक्ति और स्वदेशी भाव से प्रेरित हो सके ।
भाजपा पौड़ी जिलाध्यक्ष कमल किशोर रावत ने बताया कि 8 नवंबर को सभी जिला पंचायत, ब्लॉक मुख्यालयों, मंडलो , नगर पालिकाओं, नगर निगमों और नगर पंचायतों में “वंदे मातरम” गीत का सामूहिक गायन अपने मूल रूप में किया जाएगा। इसके साथ ही सभी प्रतिभागी स्वदेशी संकल्प भी लेंगे।
बताया कि पौड़ी जिले में 8 से 15 नवंबर तक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सांसदों और विधायकों के नेतृत्व में एक कॉलेज स्तर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही सभी जिला मुख्यालयों में “वंदे मातरम @150” विषय पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी ।