गौ माता के महत्व पर श्री राम कथा में गहराई से प्रकाश डाला

मनोज नौडियाल

गोपाल गौलोक धाम सेवा संस्थान के तत्वावधान मे पांच दिवसीय श्री राम कथा धेनुमानस गौ टीका के तृतीय दिन महाराज गोपालमणि जी ने गौ टीका बारे मे विस्तार से बताया ।

दीपक वेडिंग प्वाइंट मे आयोजित गौ टीका की अमृतमयी कथा श्रवण कराते हुए गौ क्रांति अग्रदूत गोपाल मणि जी महाराज जी ने कथा प्रंसग मे कहा कि हमारे धर्म की मूल स्तम्भ यानि जड़ गौ माता ही है ।इसलिए सभी हिन्दू गौ वाले ही है। बिना गौ के हिन्दू नही हो सकते ।सनातन धर्म ही जो सबसे पुराना है उसमे गो माता ही सर्वश्रेष्ठ कही है । उन्होंने कहा कि गाय के दूध से बनी खीर से श्रीराम का जन्म हुआ था ।इसलिए राम का अवतार केवल भारत मे गौ रक्षा के लिए हुआ था । उन्होंने बताया कि आज भारत मे लोग रक्षक की जगह भक्षक हो गये जिस गाय की सनातन धर्म मे इतनी प्रतिष्ठा थी वह आज बेसहारा कुड़े कचरे पर अपना मुख मार रही है जो गो माता घर की मालकिन थी वह आज भिखारी बनकर बैठी है ।

पूज्य मणि जी महाराज जी ने कथा प्रसंग मे कहा कि जब गाय को हम उसकी सेवा करके प्रसन्न करते है तब वह कामधेनु बनकर हमारी सभी कामनाओं को पूरा कर देती है । रामायण पूरी गौ कथा है और यही कथा सबसे पुरानी है। इसलिए हम सभी को जागना चाहिए ताकि हमारे देश के माथे पर गौ हत्या का कंलक सदैव के लिए मिट जाये।इसी मे हमारे देश का कल्याण है।

इस अवसर पर गोपाल कृष्ण अग्रवाल, महावीर सिंह रावत, राजेन्द्र जखमोला, कैलाश चन्द्र अग्रवाल, जसपाल सिंह रावत, गिरीश जखमोला, राजेंद्र पुरोहित, अनुसूया मुंडेपी सर्वेश्वरी किमोठी ,आशा विंजौला, गीता बुड़ाकोटी, बृजपाल राजपूत, डी पी अग्रवाल,विजय कुमार माहेश्वरी, कान्ता प्रसाद,गोपाल बंसल, राधेश्याम शर्मा इत्यादि बड़ी संख्या में पुरूष व महिलाये शामिल हुए।

 

 

 

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