जनपद में अतिवृष्टि होने से बिते बुधवार देर रात थलीसैंण विकासखंड के अंतर्गत चौथान पट्टी में जगह-जगह में मोटर मार्ग अवरुद्ध, घरों में पानी भरने व दो गौशालाएं ढह गई। जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने संबंधित अधिकारियों को प्रभावित परिवारों को शीघ्र ही सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। वहीं घटना स्थल पर एसडीआरएफ व राजस्व विभाग की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है।
आपदा कंट्रोल रूम से जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात को चौथान पट्टी के जैंती डांग,जैंती चक व मगरों गाँव में अतिवृष्टि होने से कही घरों में पानी व मलबा भर गया था, जहां एसडीआरएफ व राजस्व विभाग की टीम निरंतर रूपसे रेस्क्यू कार्य में जुटी है। वहीं गौशाला ढहने से मंगरो गाँव में ठाकुर सिंह की एक गाय, बांकुड़ा में दयाल सिंह की चार बकरियों की मृत्यु हो गई, जबकि कीमवाड़ी में रणजीत सिंह की दो भैंस बह गई, जिनकी खोजबीन की जा रही है। अतिवृष्टि से जैंती चक गाँव में तीन पुलिया क्षतिग्रस्त, आठ आवासीय मकानों में भूस्खलन से क्षती हुई है जबकि जैंती डांग गाँव में स्थानीय संपर्क मार्ग को जोड़ने वाले चार डाट पुलिया क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसके अलावा पैदल रास्ते व पेयजल लाइन की क्षती हुई है।
जिलाधिकारी ने पीड़ित परिवारों को हर सम्भव मदद दिये जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि गौशाला के अंदर मलबे से दबकर हुई गाय व बकरियों की मृत्यु का मुआवजा पीड़ित परिवारों को समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिकारियों को कहा कि जहां-जहां मोटर मार्ग अवरुद्ध हुए हैं उन्हें तत्काल सुचारु करना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने पशुपालन विभाग को मृत गाय व बकरियों का पीएम करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने जल संस्थान व विद्युत विभाग को पेयजल व विद्युत की व्यवस्था सुचारु करने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन आपदा प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर नजर बनाए हुए हैं।