मनोज नौडियाल
कोटद्वार श्री सिद्धबली महोत्सव के अंतिम दिन रविवार को श्री सिद्धबाबा के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने बाबा से अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हुए मन्नत भी मांगी। सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। यह क्रम शाम तक बना रहा। श्रद्धालुओं ने लाइन में लगकर बाबा के दर्शन कर उनका आशीर्वाद
लिया। रविवार को तीन दिवसीय श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान के समापन पर एकादश कुंडीय यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ ही सिद्धबाबा के जागर लगाए गए।
जागरों के दौरान कई पुरुष व महिलाएं देवता के प्रभाव में आकर नाचते दिखे। सिद्धबाबा के जागर संपन्न होने के बाद सवा मन रोट का भोग लगाया गया और बाद में प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। शाम को हिंदी भजन संध्या में हिंदी भजन गायक हेमन्त बृजवासी एंड ब्रदर्स ने सिद्धबली बाबा का धाम, कजरारे तेरे मोटे मोटे नैना, बोलो जय राधे राधे व कुछ पंजाबी भजनों पर लोगों को झूमने पर मजबूर किया ।