छाताधारी सैनिक बिशेष बल से बदल संगठन का नाम  रखा गया गौरव सैनिक पैराशूट रेजिमेंट बिशेष बल

गौरव सैनिक पैराशूट रेजिमेंट बिशेष बल की बैठक संगठन के सचिव बलवान सिह रावत के आवास लालपुर कोटद्वार में सम्पन्न हुई। जिसमें बैठक की अध्यक्षता बलवान सिह रावत  द्वारा की गई।
बैठक में सबसे पहले नये  सदस्य सुवेदार मेजर दान सिंह नेगी  व सुवेदार जशपाल सिंह रावत  को फूलमाला एवं अंग वस्त्र भेंट कर सम्मान किया गया।
बैठक में माननीय सदस्य सोहन सिंह गुसाईं  ने अपने वक्तव्यों में कहा कि हमें संगठन को मजबूती प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें रेजिमेंट के वार-बिडोज को चिन्हित कर उनके हाल समाचार पूछने चाहिए। और अप्रैल में रेजिमेंट स्थापना दिवस के अवसर पर उन्हें अतिथि के रूप में बुलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें सबके साथ अच्छे संबंध स्थापित करना है और आपस में मेल मिलाप से संगठन को मजबूति प्रदान करना है।
सदस्य दान सिंह नेगी  ने जनता को स्पर्स एप से जानकारी दी,जिससे गौरव सैनिकों पेंशन संचालित होती है। उन्होंने कहा कि जल्द इस 18 महीने का डी ए व साठ साल से ऊपर वालों कि 5% बढी हुई पेंशन आ जायेगी।उन्होंने  समस्त गौरव सैनिक सदस्यों से कहा कि उनकी व्यक्तिगत पेंशन संबंधी समस्या अगर रिकार्ड से हों तो वे कभी भी सैनिक लीग के आफिस में आ सकते हैं, वे स्वयं उनकी सहायता करेंगे। उन्होंने जनता से कहा कि वे अपना डी एस पी पेंशन गोल्ड में अपना खाता ट्रांसफर जल्द करें , जिसमें आपको काफी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
अध्यक्ष गजराज सिह नेगी  ने सभी  सदस्यों के सुझावों को सुनकर सभी सदस्यों के प्रयास से छाताधारी सैनिक बिशेष बल से बदली कर संगठन का नाम  गौरव सैनिक पैराशूट रेजिमेंट बिशेष बल”रखने में मोहर लगाई है‌।
बलवान सिह रावत जी ने सभी माननीय सदस्यों का अपने आवास पर स्वागत व आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि हम सभी माननीय सदस्य सैनिक पृष्ठभूमि में भारतीय सेना से आते हैं। और भारतीय सेना के सबसे प्रमुख (कमाण्डों यूनिट) पैराशूट रेजिमेंट बिशेष बल से आते हैं इसलिए हमारा संगठन भी सर्वोत्तम कार्य करें इसकी अपेक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलता है और बिधाईका, कार्य पालिका,न्याय पालिका एवं मीडिया पर संबिधान टिका है। इसमें से कोई भी कमजोर हो जाता है तो लोकतंत्र के मुसीबतें खड़ी हो जाती हैं। इन्सान दर दर भटकने में मजबूर हो जाता है। इसलिए संबिधान में लोकतंत्र को सुप्रीम पावर रखा है और लोकतांत्रिक तरीके से संगठित होकर इन भटकी हुई व्यवस्थाओं के लिए अपनी आवाज बुलंद करें। और राष्ट्र की सुरक्षा में अपना सहयोग दें। हमें नाम नमक व निशान का ध्यान रखना चाहिए। यह भी कटु सत्य है कि नेता कोई अपने, अपने सगे-संबंधियों तक सीमित हैं। और इन स्वार्थी लोगों से हमें बचना चाहिए। सामाजिक संगठन में कोई नेता बनने की कोशिश करता है तो वह सामाजिक संगठन ज्यादा देर तक नहीं चलता। सामाजिक संगठन सबके सहयोग से चलता है संगठन में सबकी हिस्सेदारी बराबर होती है। और सबका सम्मान भी बराबर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम खाली आये और खाली जायेंगे। इसलिए जैसा अच्छा समाज व पर्यावरण हमें हमारे पूर्वजों ने दिया था ठीक वैसा ही समाज व पर्यावरण हम अपनी आने वाली पीढ़ी को दे सकें यही हम सबका दायित्व है। हमने अपने जीवन में जो अच्छी बातें समाज से सीखा है उसे अगर हम समाज को वापस कर पाते हैं तो यही हमारे जीवन का क्रम बंधन है। इसलिए सभी माननीय सदस्यों से विनती है कि वे अपने घरों से बाहर आयें और समाज से सीखें और समाज को सिखायें। उन्होंने कहा कोटद्वार में सैनिकों के साथ ठगी,धोखा धड़ी और मारपीट के केस बहुत हो रहे हैं। इसलिए सजग और सक्रिय रहें। सामाजिक संगठनों से जुड़े रहें।
बैठक में अध्यक्ष गजराज सिह नेगी,दान सिंह नेगी, बलवान सिह रावत, बिजेंद्र सिंह रावत, गोपाल सिंह नेगी, अनिल कुमार भारद्वाज, उपेन्द्र सिंह रावत,डबल सिह, पुष्कर सिंह रावत,सोहन सिंह गुसाईं,जशपाल सिंह रावत,कमलेश्वर प्रसाद धूलिया आदि मोजूद रहे।

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