मनोज नौडियाल
कोटद्वार । सोशल मीडिया में रोडवेज बस के चालक व परिचालक द्वारा बस में छः करेट सामान लाने का विडियो वायरल हुआ था जिस पर मंडलीय प्रबंधक देहरादून ने दोनों का स्थानांतरण पर्वतीय डिपो देहरादून कर दिया था किन्तु अगले ही दिन चालक व परिचालक अपने यूनियन के नेताओ के साथ मंडलीय प्रबंधक देहरादून से मिलने गए थे जिस पर मंडलीय प्रबंधक देहरादून ने सहायक महाप्रबंधक हरिद्वार को जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए दस दिनों के अंदर रिपोर्ट प्रेषित करने को कहा गया। मंडलीय प्रबंधक देहरादून ने चालक व परिचालक दोनों को कोटद्वार भेज दिया और मजे की बात तो यह है कि दोनों को उसी रूट पर भेज दिया गया जिससे जांच प्रभावित होती जा रही है । यह पहला मामला है जिसमें कि जांच में दोषियों को जांच प्रभावित करने के लिए वही रखा गया है । वहीं इस संबंध में पत्रकारों में भारी रोष व्याप्त हो गया है । पत्रकार लोगों का कहना है कि चाहे हमें मंडलीय प्रबंधक देहरादून के खिलाफ न्यायालय की शरण में जाना पड़े तो हम तैयार हैं ।