मनोज नौडियाल
कोटद्वार।कोटद्वार नगर निगम को स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे में इस साल 305वां स्थान मिला है। जबकि 2022 में निगम को 270 वां स्थान मिला था। इस तरह से कोटद्वार स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ता जा रहा है। इसका कारण मुख्य रूप से कोटद्वार में जनसंख्या का बढ़ना और नगर निगम की ओर से स्वच्छता संबधी जागरूकता न चलाया जाना माना जा सकता है। नगर निगम बनने से पहले जहां एक ओर आम जन कूड़े को हिसाब से निस्तारित करते थे, वहीं नगर निगम बनने के बाद आमजन इसके प्रति उदासीन हो गये हैं। कोटद्वार में कई वार्डों की संकरी गलियों में तो कूड़ा वाहन पहुंच ही नहीं पाता। साथ ही लोग भी अब लापरवाही दिखाते हुए कूड़े को जगह-जगह डंप कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि इसके लिए जब नगर निगम को जाता है तो कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी भी नगर निगम की ही है। वहीं नगर निगम की ओर से कई वार्डों में कूड़ेदान भी नहीं लगवाए गए है, इसलिए लोग कूड़े को खुले में ही फेंक रहे हैं।इस संबध में नगर निगम आयुक्त वैभव गुप्ता का कहना है कि कोटद्वार नगर निगम ने एक नई शुरुआत करते हुए अब शाम को भी सफाई व्यवस्था बनाई है, इसके अलावा खुले में कूड़ा फेंकते हुए पाए जाने पर जुर्माना भी रखा गया है। बताया कि नगर को डस्टबिन फ्री करने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है और आने वाले कुछ समय में बेहतर परिणाम सामने आएंगे जिससे रैंक में जरूर सुधार होगा।