गायों के अलावा अन्य सभी जरूरतमंद पशुओं की करते हैं सेवा
कोटद्वार में कुछ वर्षों से कड़क पहाड़ी टीम मूक पशुओं की सेवा में जुटी है। ।अपने सेवाभावी कार्यों के कारण संस्थान आम लोगों में भी अपनी पहचान बना चुका है। संस्था अध्यक्ष बबलू नेगी ने बताया कि कुछ वर्षों से कोटद्वार में अनवरत रूप से संस्था काम कर रही है। जहां कहीं भी गाय अथवा अन्य जानवर किसी भी परिस्थिति में फंसे होते हैं तो लोगों की सूचना पर उनकी मदद की जाती है। संस्था में सहयोग कर रहे पशु चिकित्सक ने कई गंभीर घायल पशुओं को नई जिंदगी दी है। विक्रांत भंडारी जो 2 वर्ष पूर्व कड़क पहाड़ी टीम से जुड़े हैं वह इससे पहले दिल्ली में काफी जानवरों की इसी तरह से सहायता करते आए हैं विक्रांत भंडारी का कहना है मैं पूरे कार्य का श्रेय अपनी पूरी टीम को देता हूं। टीम बहुत ही श्रेष्ठ कार्य कर रही है। विक्रांत व कड़क पहाड़ी टीम ने प्रशासन से आग्रह है कि पीडि़त गायों के लिए एक सुरक्षित स्थान की व्यवस्था की जाए।हमारी टीम बहुत ही मेहनत और लगन से साथ कार्य करती आई है। टीम का प्रत्येक सदस्य महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि यह अनुभव हमारी जिंदगी का सबसे अच्छा अनुभव रहा है। हमारा संकल्प है कि हम अपने हिन्दू धर्म के अनुसार हमेशा गाय की सेवा व रक्षा करते रहे ।विगत पिछले कई वर्षों से हमारी टीम निस्वार्थ भाव से लावारिस गायों की सेवा कर रही है।पशुपालक जहां दूध नहीं देने, बीमार और बूढ़े होने पर गौ वंशीय पशुओं को लावारिस छोड़ रहे हैं। इससे कोटद्वार शहर व ग्रामीण इलाकों में लावारिस गायों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो कि लोगों के लिए समस्या बने हैं। इसी को देखते हुए कड़क पहाड़ी टीम ने गायों के संरक्षण का बीड़ा उठाया है।