उत्तराखण्ड राज्य खेल परिषद के उपाध्यक्ष हेमराज सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में आज खेल निदेशालय, देहरादून में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में खेल निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं राज्य के सभी जिला क्रीड़ा अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में खेल विभाग की विभिन्न योजनाओं के कुशल क्रियान्वयन, खेलों के समग्र विकास एवं युवाओं की खेलों में भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए नवीन तकनीकी प्रयोगों पर विचार-विमर्श करना था। उपाध्यक्ष श्री बिष्ट ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने जिलों में खेल अधोसंरचना को सुदृढ़ बनाने, प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान करने एवं उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण व संसाधन उपलब्ध कराने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाएं।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने अपने-अपने जिलों की वर्तमान खेल गतिविधियों, चुनौतियों एवं आगामी योजनाओं की जानकारी दी। इसके अतिरिक्त, तकनीकी नवाचार जैसे डेटा एनालिटिक्स, वीडियो विश्लेषण, मोबाइल एप आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम इत्यादि को खेल क्षेत्र में लागू करने के संबंध में भी उपयोगी सुझाव साझा किए गए।
बैठक के अंत में बिष्ट ने आशा व्यक्त की कि सामूहिक प्रयासों से उत्तराखण्ड राज्य निकट भविष्य में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट खेल प्रतिभाओं को प्रस्तुत करने में सक्षम होगा। खेल निदेशालय के अधिकारियों के साथ ही जनपदों के जिला क्रीड़ा अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
उपाध्यक्ष द्वारा उत्तराखण्ड राज्य को खेल के क्षेत्र में अग्रिम राज्य बनाये जाने के उद्देश्य से खेल गतिविधियों को उत्तराखण्ड राज्य के दूरस्थ क्षेत्र तक पहुंचाने के लिये सभी खेल अधिकारियों से अपेक्षा की गयी, ताकि मुख्यमंत्री की अपेक्षानुसार उत्तराखण्ड राज्य को खेल के क्षेत्र में देश एवं राष्ट्र में अलग पहचान दिला सकें। मा० उपाध्यक्ष द्वारा सभी अधिकारियों से खेलों के विकास एवं खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु हर समय उपलब्ध होने के सम्बन्ध में सभी को आश्वस्त किया गया और कहा गया कि उनका खेलों के विकास में किसी भी समय किसी भी अधिकारी द्वारा सहयोग लिया जा सकता है। बैठक में प्रशान्त आर्य, निदेशक खेल, उत्तराखण्ड के साथ ही खेल निदेशालय के अधिकारीगण एवं जिला क्रीड़ा अधिकारी उपस्थित थे।