जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में गुरुवार को राजस्व संवर्द्धन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में राजस्व वृद्धि की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को सख़्त निर्देश दिये हैं।
जिलाधिकारी ने खनन अधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिये कि जिन क्षेत्रों में अवैध खनन की सूचना है, वहां त्वरित छापेमारी की जाये। कहा कि खनन में प्रयुक्त किसी भी वाहन के पकड़े जाने पर तत्काल चालानी कार्रवाई करें। साथ ही राजस्व एवं पुलिस विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों को खनन स्थलों की निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिये हैं। परिवहन विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के सापेक्ष कम राजस्व प्राप्त होने पर जिलाधिकारी ने एआरटीओ कोटद्वार व पौड़ी से स्पष्टीकरण तलब किया। वहीं राज्य कर विभाग कोटद्वार व श्रीनगर तथा सिंचाई विभाग श्रीनगर को भी कम प्रगति पर चेतावनी जारी करते हुए लक्ष्यों के अनुरूप प्रगति लाने के निर्देश दिये। राज्य कर श्रीनगर ने पिछले वर्ष के 12.60 प्रतिशत के सापेक्ष इस वर्ष मात्र 9.10 प्रतिशत राजस्व अर्जित किया है। वहीं कोटद्वार ने 17.56 प्रतिशत के सापेक्ष 13.45 प्रतिशत और सिंचाई विभाग ने 2.23 लाख के सापेक्ष मात्र 26 हजार रुपये का राजस्व अर्जित किया है। इसके अलावा उन्होंने आबकारी अधिकारी को कच्ची शराब बनाने वाले स्थानों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही जिला अभिहित अधिकारी को मिठाई की दुकानों, हॉस्टलों व अन्य स्थानों पर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को बिजली चोरी में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये। वहीं जिला पर्यटन अधिकारी को बीरोंखाल में एनआरएल द्वारा संचालित पर्यटक आवास गृह के बेहतर संचालन तथा गडोली स्थित हंटर हाउस को शीघ्र सुचारू करने के निर्देश दिये।
बैठक में अपर जिलाधिकारी अनिल सिंह गर्ब्याल, उपजिलाधिकारी रेखा आर्या, लीड बैंक अधिकारी प्रताप सिंह राणा, एसडीओ वन आयशा बिष्ट, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, जिला खनन अधिकारी राहुल नेगी, जिला आबकारी अधिकारी तपन पाण्डे, जिला अभिहित अधिकारी अजब सिंह रावत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।