हल्दुखाता भूदान आन्दोलन के प्रणेता भारतरत्न आचार्य विनोवा भावे की 128 वीं जयन्ती गढ़वाल सर्वोदय मंडल व कण्वाश्रम ग्राम स्वराज्य समिति हल्दुखाता के तत्वावधान में धूमधाम से राजेश्वरी करुणा बोक्षा जनजाति बालिका विद्यालय सर्वोदय चौक हल्दुखाता में मनाई गई ।सभा की अध्यक्षता सेनि.डीएफओ श्री धीरजधर बछवांन ने व संचालन गढ़वाल सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल आर्य ‘सर्वोदयी पुरूष’ व शूरबीर खेतवाल ने संयुक्त रूप से किया । अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर व विनोवा भावे व स्व.सर्वोदय सेवक मानसिंह रावत जी के चित्रों पर सूती माला पहनाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया ।
सभा को संबोधित करते हुए वयोवृधा गांधीवादी सर्वोदय सेविका श्रीमती शशिप्रभा रावत ने कहा कि विनोवा भावे गांधी की परम्परा में आते हैं। विनोवा जी का जीवन अपने आप में त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे , कार्यक्रम अध्यक्ष श्री धीरजधर बछवांन ने कहा कि विनोवा जी के भूदान आंदोलन ने देश के हजारों लोगों को भूमि दिलाकर जीवन का साधन उपलब्ध कराया । मुख्य अतिथि श्री गिरिराज सिंह रावत ने कहा कि एक ब्यक्ति से भूमि दान लेकर दूसरे को सौंपना सचमुच चमत्कारी कदम था । शिक्षाविद डॉ ललन बुडाकोटी ने कहा कि विनोवा जी के सेवाधर्म का उद्देश्य मानवता की सेवा करना था, इसी धारणा के अनुरूप विनोवा जी ने ब्यक्ति – ब्यक्ति में भेदभाव नहीं किया , जिसने उन्हें मानव से महामानव बना दिया ।
इस अवसर पर गढ़वाल सर्वोदय मंडल के संरक्षक व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कोटद्वार श्री पूरण सिंह रावत को गत चार दशकों से सर्वोदय को दिए गए उनके अमूल्य योगदान के लिए
भारतरत्न आचार्य विनोवा भावे स्मृति सम्मान से सम्माननित किया गया, सम्मान स्वरूप पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र अतिथियों के कर कमलों द्वारा भेंट किया गया ।
इस अवसर पर सभा को कण्वाश्रम ग्राम स्वराज्य समिति के अध्यक्ष विनय किशोर रावत, साहित्यांच्ल के संरक्षक चक्रधर शर्मा ‘कमलेश’, मंजू रावत, शूरबीर खेतवाल, केसी निराला ने आदि ने संबोधित किया । सभा मे स्नेहदीप रावत,राजेन्द्र प्रसाद पंत, लक्ष्मी देवी, नेत्र सिंह रावत, गीता सिंह, प्रशांत चौधरी, जौनी, अनिल कुमार,शिवकुमार दीपक कुकरेती, राजेंद्र सिंह नेगी, इंदु डबराल , विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती कंचन रावत आदि मौजूद रहे ।