यमकेश्वर क्षेत्र के अंतर्गत जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने गंगाभोगपुर तल्ला व बैरागढ़ में सिंचाई विभाग के बाढ़ सुरक्षा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ सुरक्षा संबंधी कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।
गुरुवार को जिलाधिकारी ने गंगाभोगपुर तल्ला में गंगा नदी पर 4.54 करोड़ रुपए लागत से निर्मित 165 मीटर लंबी बाढ़ सुरक्षा गेबियन वॉल का मौके पर जाकर जायजा लिया। साथ ही उन्होंने चीला बैराज मोटर मार्ग के कार्यों को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। कहा कि हरिद्वार को जोड़ने वाला चीला बैराज मोटर मार्ग का स्वामित्व उत्तराखंड जल विद्युत निगम के पास जबकि कार्यदाई संस्था के रूप में लोक निर्माण विभाग को बनाये जाने को लेकर शासन स्तर पर वार्ता की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बीन नदी पर प्रस्तावित 150 मीटर लम्बे पुल के निर्माण के लिए धनराशि कि स्वीकृति हेतु शासन स्तर पर वार्ता की जाएगी।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने बैरागढ़ के सिरोला बत्ता, कुत्ता काटली गदेरा व नाई में कुल 7 करोड़ 30 लाख रूपये से बने 570 मीटर लम्बे बाढ़ सुरक्षा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने नक्शे के अनुरूप हुए बाढ़ सुरक्षा कार्यों का फीता से नापजोख भी किया। वहीं जिलाधिकारी ने नीलकंठ में क्षेत्रीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में सिंचाई, लोक निर्माण विभाग, जिला पंचायत व खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के मरम्मत हेतु प्रस्ताव प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि बरसात के समाप्त होते ही कार्य शुरू किया जा सके।
निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता सिंचाई अजय जॉन, अधिशासी अभियंता लोनिवि डीपी सिंह, तहसीलदार साक्षी उपाध्याय, खंड विकास अधिकारी दृष्टि आनंद, जेई सिंचाई जावेद अंसारी, नायब तहसीलदार सत्यपाल चौहान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।