कोटद्वार भाबर क्षेत्र के किसानों के लिए मुश्किल की घड़ी सिंचाई नहर में हुआ बड़ा ब्रेकडाउन

 

कोटद्वार भाबर क्षेत्र के किसान बीते एक महीने से अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए जूझ रहे हैं, क्योंकि सिंचाई नहर में हुआ एक बड़ा ब्रेकडाउन ने उनके संघर्ष को और भी कठिन बना दिया है। इस स्थिति के सम्मुख, यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव, प्रदेश महासचिव कांग्रेस सोशल मीडिया, उत्तराखंड के रूपेंद्र नेगी ने कठिनाइयों को उठाया और शासन प्रशासन से त्वरित कदम उठाने की मांग की

भाबर क्षेत्र में सिंचाई का महत्व अत्यधिक है, लेकिन हाल ही में सिंचाई नहर के दाएं और बाएं मालन पर मलबा भरने, रेत जम जाने और नहर का नदी में टूटने के कारण, भाबर के कलमगंज, भीमसिंहपुर, उदयरामपुर, मवाकोट, कोठला, मानपुर, और अन्य लगभग 40 गांव सिंचाई से बेहाल हैं। इससे धान की फसल सूखने को लेकर  खतरा बना हुआ है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति और खतरे में है।

रूपेंद्र नेगी ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन प्रशासन से जल्द से जल्द कदम उठाने की मांग की है और बाएं मालन पर पानी की व्यवस्था करने की मांग की है। उन्होंने इस समस्या को समझने और उसका समाधान निकालने के लिए अधिकारियों को जागरूक करने का आग्रह किया है।

इस दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति में भाबर क्षेत्र के किसान आशा कर रहे हैं कि शासन प्रशासन त्वरित कदम उठाएगा और सिंचाई नहर की मरम्मत करेगा, ताकि उनकी फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।सिंचाई नहर की मरम्मत और बाएं मालन पर पानी की व्यवस्था करने से भाबर क्षेत्र के किसानों को मिलेगी आरामदायक सिंचाई, और उनकी फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।

इस मौके पर देवी दत्त केस्टवाल , राकेश आर्य  , श्री बलूनी  मौजूद रहे। वे सिंचाई के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं और किसानों के साथ हैं।

 

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