मनोज नौडियाल
कोटद्वार डॉक्टर चंद्रमोहन बडथ्वाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए नन्ही दुनिया भावी राष्ट्र के 21वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि शिक्षाविद् श्रीमान रमाकांत कुकरेती ने कहा कि गेप्स के संस्थापक राम भरोसा कंडवाल 21वर्ष पूर्व 27 नवम्बर 2003 को युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना जागृत करने के लिए नन्ही दुनिया भावी राष्ट्र को युवा पीढ़ी के हाथो में समर्पित कर एक ऐतिहासिक कार्य किया है।
संगठन निरंतर विश्व पर्यावरण से लेकर सामाजिक पर्यावरण तक कार्यरत है। संगठन माता – पिता, गुरु, एवम् बड़ों को आदर के साथ राष्ट्रीय सम्मान का भी ख्याल रखते आया है ।इस अवसर पर संस्थापक कंडवाल ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मां का राष्ट्र निर्माण में सबसे बड़ा हाथ होता है।यदि मां चरित्रवान, धर्म निष्ट एवम् कर्तव्य परायण है तो निसंदेह एक आदर्श राष्ट्र का निर्माण संभव है। छत्रपति शिवाजी, राम, कृष्ण, सरदार पटेल, झांसी की रानी एवम् अनेक महापुरुषों के पीछे मां का ही हाथ रहा है। कंडवाल ने कहा कि इतिहास साक्षी है जिसने नारी का अपमान किया उसका नष्ट होने में समय नहीं लगता।इस अवसर पर संस्थापक कंडवाल ने जिलाध्यक्ष सुंदरलाल जोशी जी को पुत्र आयुष के शादी पर संगठन की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए एक काब्य रचना एवम् स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के हाथो श्री सुंदर लाल जोशी जी को फाउंडर्स ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर नन्ही दुनिया भावी राष्ट्र के कार्यकर्ताओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, समूहगान, भारत वंदना, श्री बद्रीनाथ जी की आरती से समा बांधा एवम् वंदेमातरम के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस अवसर पर स्कूली बच्चो को मैडल एवम् काफी पेन देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन गेप्स की सांस्कृतिक प्रभारी श्रीमती रेखा ध्यानी ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के बतौर समाज सेवी दिनेश चौधरी, नंदन सिंह नेगी ने अपने विचार प्रकट किए।इस अवसर पर प्रदीप सिंह, रिया चौहान, प्रकाश कुमार, प्रशांत जखमोला, उज्जवल लखेड़ा, वैशाली, प्रिया, मीना, मोनिका कपरवाल, दिनेश चौधरी, नंदन सिंह नेगी, डॉक्टर चंद्रमोहन बडथ्वाल, रमाकांत कुकरेती, श्रीमती रेखा ध्यानी, सुंदर लाल जोशी, आयुष जोशी एवम् राम भरोसा कंडवाल के अलावा कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।