बलात्कारी बाबा राम रहीम को 50 दिन की पैरोल मिलने पर उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर सवाल खड़े किए है।
उविपा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बताएं कि वह देश की महिलाओं के साथ है या बलात्कारियों के साथ ?
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने कहा कि इन चार सालों में बलात्कारी और हत्यारे बाबा को कुल मिलाकर 9 बार पैरोल दी गई है , जो बताता है कि भारतीय जनता पार्टी बलात्कारी बाबा का कितना ध्यान रख रही है, और ऐसा ही ध्यान भारतीय जनता पार्टी का अंकिता भंडारी के हत्यारों की ओर भी है , और उन्हें बचाने की पूरी कोशिश भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जारी है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की जनता को यह समझने की जरूरत है कि भारतीय जनता पार्टी किस तरह हत्यारों और बलात्कारियों को संरक्षण देती है।
उविपा ने कहा कि चार सालों में नौंवी बार पैरोल देना बलात्कार का शिकार हुई लड़कियों के साथ नाइंसाफी है। यह बताता है कि भाजपा राज में बेटियाँ सुरक्षित नहीं हैं। बिल्किस बानो रेप केस के आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट तक में झूठ बोलकर सजा माफ करवाने की घिनौनी कोशिश की गई। किरण नेगी के हत्यारों की सही पैरवी न करने की वजह से आरोपी आरोप मुक्त हो गए। पिंकी के हत्यारे की गिरफ्तारी के लिए जनता को आंदोलन करना पड़ा। ममता बहुगुणा के केस में आरोपियों को गिरफ्तार करने की बजाय पुलिस केस घुमा रही है। अंकिता भंडारी के केस में वीआईपी को बचा रही है साथ ही गवाही में यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट और पूर्व एसडीएम यमकेश्वर का नाम साक्ष्य मिटाने में आने के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है, जो बताता है कि भाजपा राज में बलात्कारियों को किस तरह संरक्षण मिल रहा है।
केदारनाथ आपदाके समय में विधवाओं के संबंध में भी बाबा राम रहीम में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था, जिस पर उत्तराखण्ड विकास पार्टी के द्वारा पुलिस प्रशासन को तहरीर दिए जाने के बाद बाबा के आश्रम द्वारा खेद व्यक्त किया गया था।
पूछा कि जो पार्टी ऐसे बलात्कारी बाबाओ के सामने नतमस्तक हो , अगर हम उसे सत्ता में लेकर आते हैं तो हमारी बहू बेटियां किस तरीके से सुरक्षित रह सकती हैं और हमें फिर इंसाफ मांगने का हक कैसे मिल जाएगा।