मनोज नौडियाल
कोटद्वार नींबूचौड़ प्रधानाचार्य श्री गणेश चंद्र ध्यानी की अध्यक्षता में ब्राइट केरियर चिल्ड्रन एकेडमी नींबू चौड़ में “देव भूमि नशामुक्त हो”व्याख्यान माला को संबोधित करते हुए गेप्स के संस्थापक राम भरोसा कंडवाल ने कहा कि धूम्रपान एवम् शराब केंसर के मुख्य कारक है जो केंसर की जननी है। अधिकतर युवा अपने को बड़ा दिखाने के चक्कर में शौक के बतौर सिगरेट या शराब का प्रयोग करते है जो कालांतर में स्वयं के लिए विभिन्न बीमारियां जैसे हृदय रोग, श्वास नली सम्बन्धी समस्याएं, मुंह का कैंसर एवम् डायबिटीज जैसी बीमारी बनकर काल के रूप में खड़ी हो जाती है। हाल ही में एक समाचार पत्र में छपी लेसेंट मेडिकल जर्नल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कंडवाल ने कहा कि सात देशों में तम्बाकू सेवन से वार्षिक तेरह लाख लोगों की मौत हो रही है। जिनमें से दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका, ब्रिटेन,ब्राजील, रूस,चीन और भारत शामिल हैं। इस अवसर पर संस्थापक कंडवाल ने युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह देते हुए अपने एक – एक साथी को नशा न करने को प्रेरित करने का सुझाव देते हुए युवाओं को संकल्प दिलाया ।
अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य श्री गणेश चंद्र ध्यानी जी ने राष्ट्र निर्माण में युवा पीढ़ी की भागीदारी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आदर्श राष्ट्र का निर्माण तभी हो सकता है जब हमारे युवा देव भूमि नशामुक्त हो का संकल्प लेकर स्वच्छ मानसिकता का परिचय देंगे। ध्यानी ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है।प्रधानाचार्य ध्यानी ने गेप्स के कार्यकर्ताओं की आदर्श राष्ट्र निर्माण की भूमिका की सराहना की।
दिनेश चौधरी ने कहा कि शराब का अत्यधिक सेवन से नशा होता है जो अक्सर दुर्घटना एवम् विवादों का कारण बनता है जिसे रोकने के लिए सामाजिक कानूनी और शैक्षिक उपायों की आवश्यकता है।
इस अवसर पर हिम नंदन एवम् हिम सुता प्रतिभा परीक्षा का आयोजन भी किया गया । कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए मनमोहन काला ने कहा शिक्षा, जागरूकता और समुदाय के सहयोग से ही इस समस्या को समाप्त कर सकते है।
इस अवसर पर सर्व श्री गणेश चंद्र ध्यानी, श्रीमती सुषमा ध्यानी, मनोज कंडवाल, देवेन्द्र रावत, कुलदीप, रजत ध्यानी, आरती बिष्ट, रेखा ध्यानी, मीनाक्षी बडथ्वाल, नीरजा गौड़, नंदन सिंह नेगी, एस पी डोबरियाल, राजकिशोर ममगाईं, दिनेश चौधरी, मनमोहन काला, राम भरोसा कंडवाल के अलावा कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।