जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने शुक्रवार को एनआईसी कक्ष में डेंगू की रोकथाम को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि डेंगू के प्रति लापरवाही न बरतें। कहा की इसकी रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करें।
जिलाधिकारी ने डेंगू रोकथाम की बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि नगर निगम श्रीनगर, कोटद्वार व नगर पंचायत जोंक के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को मच्छरों से बचने के लिए फुल बाजू के कपड़े व हर विद्यालय में गुड नाइट लगाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि इन क्षेत्रों के स्कूलों में पानी की टंकी बंद व कहीं भी विद्यालय में पानी जमा नहीं हो रहा है इसके लिए उन्होंने संबंधित क्षेत्रों के उपजिलाधिकारियों को प्रधानाचार्य से प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कोटद्वार में अलाईजा टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा कि आशा कार्यकत्रियों के माध्यम से घर-घर जाकर जिन्हें तेज बुखार, सरदर्द, थकान सहित अन्य दिक्कते हो रही है उन्हे चयनित कर उनका टेस्ट करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने उप जिलाधिकारी श्रीनगर, कोटद्वार व यमकेश्वर को डेंगू की रोकथाम के लिए गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि बारिश का मौसम में डेंगू का खतरा बढ़ जाता है और ऐसे मे जरूरी है कि सभी जागरूक रहे। उन्होंने नगर निकायों को कहा कि लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाएं और पानी का जमाव न हो, इस पर ध्यान दिया जाए। कहा कि नियमित रूप से फॉगिंग करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि किसी व्यक्ति पर डेंगू की पुष्टि होती है तो उन्हें उपचार देना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा की प्रतिदिन लिए जा रहे सैंपल की रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बैठक में समस्त उपजिलाधिकारी, नगर निकाय व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।