गबर सिंह भण्डारी
शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर शिक्षकों को भी किया सम्मानित
प्रतिभा सम्मान समारोह में नशा उन्मूलन की शपथ भी दिलाई गयी
बाल प्रतिभा सम्मान परिषद का 26 वां दीक्षांत समारोह संपन्न
श्रीनगर गढ़वाल। प्रत्येक व्यक्ति में अद्भुत क्षमता निहित रहती है। आवश्यकता अपनी प्रतिभा को पहचानने की है। व्यक्ति के कार्यों से व्यक्तित्व का निर्माण होता है,जिसके फलस्वरूप वह समाज,शिक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करता है। यदि यह बात राजकीय इंटर कॉलेज सुमाडी में कार्यरत अखिलेश चन्द्र चमोला के सन्दर्भ में कहीं जाय तो किसी तरह की अतिश्योक्ति नहीं होगी। अखिलेश चन्द्र चमोला 26 वर्षों से निरन्तर ग्रामीण आन्चिलिक में अध्ययन रत हाई स्कूल इन्टर उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में मेधावी छात्रों को सम्मानित करने का कार्य करते रहते हैं। इनके द्वारा बाल प्रतिभा सम्मान समारोह परिषद नामक संस्था बनाकर शैक्षिक उन्नयन का कार्यक्रम किया जाता है। जिसके तत्वावधान में समाज में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षाविद,समाजसेवी,पर्यावरण विद,लोक संस्कृति का संरक्षण करने वाले महाविभूतियों को सम्मानित करने का कार्य भी किया जाता है। इस वर्ष बाल प्रतिभा सम्मान समारोह परिषद का 26 वां कार्यक्रम राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रीनगर में सम्पन्न हुआ। जिसमें 110 से अधिक विभिन्न विद्यालयों के हाई स्कूल इंटर बोर्ड परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को मेडल स्मृति चिन्ह तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही मेधावी छात्रों के अभिभावकों को भी सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में खाद एवं सौदर्य प्रसाधन के अपर आयुक्त ताजबर जग्गी बतौर मुख्य अतिथि रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में पैरामेडिकल कॉलेज संस्थान देहरादून के उपाचार्य महेंद्र भण्डारी रहे। मुख्य अतिथि ताजबर जग्गी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की। अपर आयुक्त ताजबर जग्गी ने कहा कि आज भी समाज में इस तरह के शिक्षक हैं,जो अपने बेतन का हिस्सा मेधावी छात्रों तथा समाज में अनुकरणीय कार्य करने वालों पर समर्पण भाव से व्यय करने का कार्य करते रहते हैं। इस तरह के आयोजन से आम जनमानस में अच्छा सन्देश जाता है। अच्छा कार्य करने की प्रेरणा मिलती है,इस सन्दर्भ में चमोला का कार्य सराहनीय के साथ उत्कृष्ट मुहीम को दर्शाता है। अभिभावकों को भी उन्होंने इंगित करते हुए कहा कि बच्चों के लिए सरकारी विद्यालय सबसे बेहतर विकल्प है। विशिष्ट अतिथि पैरामेडिकल देहरादून के उपाचार्य महेंद्र सिंह भण्डारी ने कहा कि 26 वर्षों से इस तरह का भव्य कार्यक्रम आयोजित करना भावी पीढ़ी के प्रति उच्च चिन्तन को दर्शाता है। इस तरह के कार्य क्रमों से अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलती है। कार्यक्रम के आयोजक व निदेशक अखिलेश चन्द्र चमोला ने कहा कि प्रत्येक छात्र अपने आप अद्भुत प्रतिभा रखता है।
छात्रों को हमें बेहतर से बेहतर वातावरण देना चाहिए। जिससे वे अच्छे संस्कार से सम्पन्न होकर समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकें। भावी पीढ़ी से ही आदर्श राष्ट्र का निर्माण होता है। इनका सम्मान करना सम्पूर्ण राष्ट्र का सम्मान करना है। सम्मान समारोह में जैसे मेधावी छात्रों को मुख्य अतिथि अपर आयुक्त ताजबर जग्गी तथा उपाचार्य महेंद्र सिंह भण्डारी के हाथों जैसे सम्मानित हुए तो उनके चेहरे खिल उठे। 26 वें इस दीक्षांत समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य करने वाले संदीप राणा,नवीन चन्द्र बर्त्वाल,डॉ.हर्षमणि पांडेय,निधि काला,विजयलक्ष्मी बिष्ट,लक्ष्मी राय,मीना गैरोला,अखिलेश नेगी,श्वेता बिष्ट दिव्य महाविभूतियों को भी स्मृति चिन्ह,प्रशस्ति पत्र,शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सेवानिवृत्त आंग्ल भाषा के प्राध्यापक प्रवेश चमोली ने किया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से राकेश मोहन कंडारी,हरेंद्र कुमार,महेंद्र सिंह नेगी,शिवराज सिंह रावत,सुमन लता पंवार,अवधेश मणि पान्डेय,राज्य आंदोलनकारी उम्मेद सिंह मेहरा आदि ने भी मुख्य रूप से अपने बिचार रखें।
कार्यक्रम के सफल संचालन एवं लगातार कई वर्षो से बाल प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम आयोजन करने पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने शिक्षक अखिलेश चन्द्र चमोला के स्वयं के प्रयासों की सराहना की। कहा कि शिक्षा जगत के लिए इस तरह के कार्य करना अनुकरणीय है। वहीं मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.सीएमएस रावत की ओर से समारोह में मेडिकल टीम भेजी गई। जिसमें कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डॉ.देवेश,डॉ.सुरेन्द्र सिंह,डॉ.गजाला लक्ष्मी,डॉ.रीतू अधिकारी ने बच्चों का स्वास्थ्य चेकअप कर दवा दी। कार्यक्रम के अंत में छात्र-छात्राओं को नशा उन्मूलन की शपथ अपर आयुक्त ताजबर जग्गी द्वारा दिलाई गई।