जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे के दिशा-निर्देशन पर अपर जिलाधिकारी इला गिरी की अध्यक्षता में विकासखंड कोट के ग्राम पंचायत खोला चोरी में वनग्नि प्रबंधन, खोज बचाव तथा प्राथमिक उपचार से संबंधित प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में सिविल सोयम वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी राजेंद्र प्रसाद कुकरेती, राजेंद्र नेगी सहित के द्वारा वनाग्नि की रोकथाम हेतु ग्रामीणों को जागरूक किया। साथ ही वनाग्नि की रोकथाम के लिए उपकरणों की जानकारी व वनाग्नि रोकथाम का अभ्यास भी कराया गया।
अपर जिलाधिकारी ने 03 किमी पैदल दूरी तय कर प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षण में ग्रामवासियों को आपदा प्रबंधन की महत्त्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आग की घटना होने पर पर्यावरण के साथ-साथ लोगों पर भी बूरा असर पड़ता है। कहा कि आग लगने की घटना होते ही उसे बूझाने का प्रयास करें। जिससे पर्यावरण को बचाया जा सकेगा। आयोजित प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर किशन सिंह पंवार ने आपदा के प्रकार, आपदा की स्थिति में क्या-क्या करना है उनकी विस्तृत जानकारी दी। साथ ही रैपलिंग जुमेरिंग संबंधी प्रशिक्षण, नोट प्रैक्टिस, इंप्रोवाइज्ड मैथड(कंबल, चादर) की मदद से स्ट्रेचर बनाना सिखाया गया।
इस अवसर पर आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपेश चंद्र काला, आपदा प्रबंधन विभाग से अजय सिंह, विनोद नेगी, कृत सिंह तथा ग्राम प्रधान अनिता देवी, उप प्रधान वीरेंद्र सिंह सहित सुरेश सिंह, राजीव रावत, हेमंती नेगी, आशा, सुमन नेगी अन्य उपस्थित थे।