नेहरू युवा केन्द्र, पौड़ी (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार) द्वारा संचालित किये जा रहे सात दिवसीय नमामि गंगे प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, पौड़ी प्रशान्त कुमार आर्य ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होंने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि ऐंसे कार्यक्रम युवाओं की सहभागिता के बिना सफल नहीं हो सकते हैं। नमामि गंगे जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम मे युवाओं की सहभागिता भारत सरकार द्वारा इस परिपेक्ष्य में जोड़ी गयी है, क्योंकि युवा जोश से परिपूर्ण होते हैं। हमारे पूर्वजों द्वारा दी गयी स्वच्छ गंगा को वर्तमान तथा भविष्य में स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी पूरे देशवासियों की है। आयोजित कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र तथा बैग वितरित किये गये।
इस दौरान प्रशिक्षण केन्द्र, पौड़ी के प्रसार प्रशिक्षक अधिकारी किशोर सिंह परिहार द्वारा युवाओं को ग्राम्या योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि ग्राम्य विकास द्वारा युवाओं केा स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार के प्रशिक्षण स्वावलम्बन हेतु दिये जाते हैं ताकि युवा स्वरोजगार स्थापित कर आर्थिक रुप से सशक्त बनें। जिला युवा अधिकारी शैलेश भट्ट द्वारा सात दिवसीय शिविर की जानकारी देते हुए कहा कि प्रतिभागियों को विभिन्न रिसोर्स पर्सन द्वारा नमामि गंगे परियोजना, वनाग्नि, स्वच्छता तथा गंगा की सफाई अभियान का हिस्सा युवा कैसे बन सकते हैं की जानकारी दी गयी।
जिला परियोजना अधिकारी नमामि गंगे परियोजना अजय कुमार ने बताया कि परियोजना के अंतर्गत प्रशिक्षण के पश्चात् विभिन्न स्तरों में चलाये जाने वाले कार्यक्रमों में गंगा से लगे गांवों में युवा मण्डलों का गठन, गंगा दूतों का चयन, उनका दो दिवसीय प्रशिक्षण तथा गंगा की स्वच्छता हेतु नुक्कड़ नाटक, रैली, नारा लेखन तथा गोष्ठी के माध्यम से जन जागरुकता के कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
आयोजित कार्यक्रम का संचालन रमन रावत द्वारा किया गया। कार्यक्रम में देवेश नौटियाल, साहिल रौतेला, विराज नेगी, दुर्गा अण्थवाल, हरिओम घ्यानी, शालिनी, कविता पंवार, पंकज नेगी, पारस रावत आदि उपस्थित रहे।