कोटद्वार डॉ० पी० द० ब०ही० राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में आज स्वतंत्र भारत के 75 गौरवशाली वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण के व्याख्यान का आयोजन किया गया। “अमर शहीदों के त्याग और बलिदान की गौरव गाथा व यशोगान” पर व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं प्राचार्य द्वारा मां सरस्वती का दीप प्रज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात संगीत विभाग के छात्र छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं देशभक्ति गीत का आयोजन किया गया। प्रभारी प्राचार्य डॉ0 एम0डी0 कुशवाहा ने मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष को तुलसी का पौधा भेट कर स्वागत किया।मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में वीर शहीदों के त्याग और बलिदान को नमन किया| उन्होंने कहा शहीदों के बलिदान हमारी आंखों को नम कर देते हैं लेकिन कोटद्वार के शहीद मनजीत सिंह के बलिदान पर उनकी माता के गौरव का यशोगान किया| उन्होंने महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को देशभक्ति के जज्बे के साथ देश की सेवा में आगे निस्वार्थ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। अग्निवीर योजना को युवाओं के लिए मील का पत्थर बताया। महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट की सराहना की और संगीत विभाग के छात्र-छात्राओं के गीत को सराहा। उनके द्वारा महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ तृप्ति दीक्षित को भारत गौरव सम्मान का प्रपत्र देकर सम्मानित किया गया। डॉ आर एस चौहान ने मुख्य अतिथि, प्राचार्य सहित सभी विशिष्ट अतिथि महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक कर्मचारी गण और छात्र छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।प्रभारी प्राचार्य प्रो0 एम डी कुशवाहा ने बताया की महाविद्यालय कोटद्वार में आज प्रातः स्वतंत्र भारत के 75 गौरवशाली वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में झंडा आरोहण किया गया। कहा की आजादी का अमृत महोत्सव भारत के स्वाभिमान और गौरव का एक महा पर्व है| उन्होंने कहा कि अमृत की उत्पत्ति सागर मंथन से हुई थी, जिसमें अमृत से ज्यादा विष की उत्पत्ति हुई थी अर्थात हमारे सामने बहुत सारी चुनौतियों का अंबार है जिसके पार जाकर हमे सशक्त उन्नत और गौरवमई राष्ट्र का निर्माण करना है।कार्यक्रम के संचालक एवं कैरियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ अमित कुमार जायसवाल द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया| संयोजक डॉ अमित कुमार जयसवाल ने बताया कि युवा पीढ़ी को शहीदों के त्याग और बलिदान को याद रखना चाहिए। जिस स्वतंत्र भारत में हम खुलकर सांस ले रहे हैं वह स्वतंत्रता हमे उन सभी शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति दे कर दी थी।
इस अवसर पर राजगौरव नौटियाल, अतुल सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रो0आर0 एस0 कटियार, डॉ अनुराग अग्रवाल, डॉ आशा देवी, डॉ आर एस चौहान, डॉ अभिषेक गोयल, डॉ प्रवीण जोशी, डॉ जुनिष कुमार, डॉ सुशील बहुगुणा, डॉ चंद्रप्रभा कंडवाल, डॉ अनिता बिष्ट, डॉ किशोर सिंह चौहान, एवं महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं छात्र छात्राएं बड़ी संख्या में मौजूद रहे।