जिस घर में बेटी नहीं वह घर घर नहीं- स्पीकर

 

 

कोटद्वार  महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से राजकीय इंटर कॉलेज कोटद्वार में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया| कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने विधिवत दीप प्रज्वलित कर किया| इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने परिसर में पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया|कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों किशोरियों एवं महिलाओं ने प्रतिभाग किया| इस दौरान शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा महिलाओं को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई| वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किशोरीयों को उनके स्वास्थ्य संबंधित बीमारियों के लिए जागरूक किया गया|इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बाल विकास विभाग के माध्यम से 40 किशोरियों को किशोरी किट, 33 महिलाओं को वैष्णवी किट एवं नेम प्लेट वितरित की गई| वहीं विधानसभा अध्यक्ष द्वारा 4 महिलाओं की गोद भराई भी की गई| ऋतु खंडूडी ने चार बच्चों को खीर खिला कर उनका अन्नप्राशन भी किया|इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जीवंत और मजबूत राष्ट्र के निर्माण में बेटियों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा की जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। भारतीय संस्कृति में महिला के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है।हमारी बेटियों ने कठिन परिश्रम करके खुद को सशक्त बनाया है। प्रदेश की बहुत सी बेटियाँ अपने-अपने क्षेत्र और समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।आज बेटियां खेल, शिक्षा, विज्ञान,व्यवसाय, कृषि, तकनीकी, संस्कृति, राजनीति सहित हर क्षेत्र में निरन्तर उन्नति कर रही हैं और विश्व में भारत का नाम रोशन कर रही हैं। हमारी बेटियां इसी तरह प्रगति के पथ पर आगे बढ़ती रहें।उनकी उपलब्धियों पर पुरस्कृत किया जाना उनका अधिकार है।उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के उस वर्ग को सोते से जगाया है, जो दशकों से समाज की तुष्टिकरण का शिकार था, आज देश की बेटियों के पास सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक क्षेत्र में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने का स्वर्णिम अवसर है।केंद्र और राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण में कई योजनाएं संचालित की जा रही है जिसका लाभ लेकर बेटियां उन्न्नति के मार्ग पर अग्रसर है।राज्य में बेटियों को बचाने, उनके सही पोषण और उत्थान को कई कदम उठाए गए हैं। सरकार चाहती है कि प्रदेश में लिंगानुपात समान हो। उन्होंने कहा की महिलाओ के उत्थान के लिए मीडिया और संचार के नए तरीकों का पूरी तरह से इस्तेमाल करने की आवश्यकता हैइस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी अभिषेक शुक्ला, स्कूल के प्रधानाचार्य जगमोहन रावत, जिला कार्यक्रम अधिकारी जितेंद्र कुमार, बाल विकास परियोजना अधिकारी बसुंधरा रावत, मुख्य सेविका सीमा, पूजा वर्मा, उषा गोस्वामी, बसंती रावत, रोशनी देवी, कृष्णा देवी सहित अन्य लोग उपस्थित थे|

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